वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी की स्वच्छता रैंकिंग को बेहतर करने के लिए नगर निगम ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया है। चौथे पायदान से नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम ने कचरा प्रबंधन से लेकर स्वच्छता पर वर्क करना शुरू कर दिया है। इसके लिए कचरा प्रबंधन के तहत 449 से अधिक संस्थाओं को निगम ने शामिल किया है, जो काशी को स्वच्छ बनाने का कार्य करेंगी। यही नहीं 10 हजार से अधिक पेड़ भी जाएंगे जाएंगे।
संस्थाओं को करना होगा निस्तारण
काशी को स्वच्छता रैंकिंग में नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत कार्य करना शुरू कर दिया है। इसके तहत 100 किलो से अधिक गीला कचरा जिन संस्थाओं में निकलता है, उन संस्थाओं को स्वयं निस्तारण करना होगा। इसके लिए नगर निगम ने सिटी की 449 संस्थाओं को चिह्नित किया है।
होटल्स, स्कूल, हॉस्पिटल शामिल
449 संस्थाओं में सिटी के होटल्स, लॉज, पीजी के अलावा स्कूल, कॉलेज, हास्पिटल, नर्सिंग होम, दवा की दुकानें, मैरिज लॉन और फैक्ट्रियां शामिल हैं। इनके प्रतिनिधियों को कचरा निस्तारण के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग के बाद खुद ही कचरा का निस्तारण करेंगे।
स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर 1 बने काशी
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा, सिटी में सबसे अधिक कचरा निकलता है। सफाई के बाद बल्क में कचरा निकलता है। इसमें सभी संस्था के प्रतिनिधियों को सहयोग करना होगा। उन्होंने बताया, स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में वाराणसी को अच्छी रैंक प्राप्त हो। इसके लिए कचरा प्रबंधन के निस्तारण पर कार्य किया जा रहा है।
दो साल में 10 करोड़ यात्री आए
काशी में पिछले दो सालों में 10 करोड़ यात्री आए, जिससे वाराणसी की आर्थिक स्थिति एवं रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त हुए। शहर में आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालुओं के लिए नगर निगम के साथ-साथ सभी की जिम्मेदारी है कि नगर को साफ रखें एवं अपना व्यवहार अच्छा दर्शाएं।
एक पेड़ मां के नाम
शहर की स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए नगर निगम ने इस वर्ष 10 हजार वृक्षों को जन सहयोग से ''एक वृक्ष मां के नामÓÓ पर अभियान चलाया है, जिसके अन्तर्गत नगर निगम द्वारा गड्ढा खोदने एवं ट्रीगार्ड तथा वृक्ष लगाने का कार्य किया जा रहा है। जहां वृक्ष लगाया जाएगा। वहां के नागरिक को गोद लेने के लिए उनका नाम अंकित किया जा रहा है, जिससे उनके द्वारा वृक्ष सुरक्षा एवं पानी इत्यादि देने का कार्य किया जाएगा।
एप पर भी दें फीडबैक
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया, जिस प्रकार से लोगों के फीडबैक आ रहे हैं। उससे लगता है कि यहां की जनता स्वच्छता को लेकर काफी अवेयर है। वह काशी को स्वच्छता रैंकिंग में नंबर वन बनाना चाहती है। माई काशी ऐप पर भी लोगों के फीडबैक आ रहे हैं।
900 सफाईकर्मी तैनात
शहर स्वच्छ हो। इसके लिए नगर निगम ने 900 सफाईकर्मियों को तैनात किया है जो सुबह-शाम गली, मोहल्ले व कॉलोनियों की सफाई में लगे हैं। कहीं से भी कोई शिकायत आती है तो वहां सफाईकर्मियों को तत्काल भेज दिया जाता है। इससे जनता का विश्वास सफाई के प्रति और बढ़ा है। अपने शहर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। इसको देखते हुए सफाई पर विशेष फोकस किया जा रहा है।
फैक्ट एंड फीगर
10 हजार पेड़ लगाए जाएंगे
449 संस्थाएं करेंगी कचरा प्रबंधन पर कार्य
100 किलो कचरा निकालने वाली संस्था खुद करेंगी कचरा का निस्तारण
कचरा निस्तारण में शामिल संस्थाएं
-होटल्स
-लॉज
-पीजी
-स्कूल
-कॉलेज
-हास्पिटल
-नर्सिंग होम
-दवा की दुकानें
-मैरिज लॉन
-फैक्ट्रियां
बल्क वेस्ट जेनरेटर (बीडब्लूजी) एवं जीरो वेस्ट के लिए आम नागरिकों को सहयोग करना चाहिए। तभी शहर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार आएगा।
अशोक तिवारी, मेयर
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में वाराणसी को अच्छी रैंक प्राप्त हो। इसलिए इस बार 449 संस्थाओं को कचरा प्रबंधन के बारे में बताया जा रहा है।
अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त