वाराणसी (ब्यूरो)। एसीजेएम कोर्ट में पेशी के दौरान 29 अगस्त को फरार बड़ागांव के कुड़ी गांव का निवासी महफूज अहमद गुरुवार को डीएम कंपाउंड के पीछे गुरुवार दोपहर दो बजे कैंट पुलिस और एसओजी के हत्थे चढ़ गया। वह फरारी के तीसरे दिन यानी 22 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने के लिए अर्जी डाली थी, लेकिन पहुंचा नहीं। पुलिस उसके पीछे साए की तरह पड़ी थी लेकिन हर बार चकमा देने में सफल हो रहा था।
चोरी के आरोप में पेश हुआ था महफूज
महफूज को पुलिस चोरी के आरोप में कोर्ट में पेश करने लाई थी। जिला कारागार से लाए गए करीब 20 बंदियों में महफूज को सुरक्षित कोर्ट में पेश करने की जिम्मेदारी कांस्टेबल सुधाकर की थी। सुधाकर ने उसे कोर्ट में पेश भी कर दिया, लेकिन दूसरे केस की सुनवाई के दौरान महफूज पुलिस को चकमा देकर कब फरार हो गया, किसी को पता ही नहीं चला। पुलिस उसके पीछे गिरफ्तारी के लिए पड़ी थी,। लेकिन 50 कैमरों में सात बार दिखने के बाद अंतत: ओझल हो गया। गिरफ्तारी के समय एसओजी टीम में प्रभारी मनीष मिश्रा, दारोगा गौरव ङ्क्षसह, कांस्टेबल पवन तिवारी, आलोक मौर्य, अमित मिश्रा, मयंक तिवारी और कैंट थाना के निरीक्षक संतोष पासवान, दारोगा सत्यम यादव आदि मौजूद रहे।