वाराणसी (ब्यूरो)। सराफा कारोबारी दीपक सेठ से हुई लूट में हाथ-पैर मार रही लोहता पुलिस के हाथ शनिवार को बड़ी सफलता लगी। लुटेरा गैंग का एक बदमाश मुठभेड़ में गोली लगने से जख्मी हुआ, जबकि चार सदस्य उससे पूछताछ के बाद दबोचे गए। लुटेरों के पास से जेवरात बरामद हुए हैं। लोहता पुलिस ने पांचों बदमाशों को कोर्ट में पेश किया, जहां सभी जेल चले गए। एडीसीपी सरवणन टी और एसीपी संजीव शर्मा ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
एडीसीपी ने बताया कि लोहता थाना के दारोगा विशाल ङ्क्षसह और अनुज शुक्ला वीरभानपुर तथा कोरउत बाजार में चेङ्क्षकग कर रहे थे। रात में डेढ़ बजे वायरलेस सेट पर अनुज शुक्ला ने सूचना दी कि बाइक सवार दो बदमाश असलहा लहराते वरुणापुल की ओर भाग रहे हैं। दारोगा अनुज बदमाशों का पीछा भी कर रहे थे। इधर मैसेज मिला तो विशाल ङ्क्षसह ने भी वरुणा पुल के पास घेराबंदी की। बदमाशों को टार्च की रोशनी दिखाती पुलिस दिखी तो बाइक मोड़कर भागने की कोशिश में गिर गए। दुबारा भागे तो आगे-पीछे पुलिस खड़ी थी। बदमाशों ने फायङ्क्षरग शुरू कर दी, पुलिस जवाबी कार्रवाई की तो आवाज सुनाई पड़ी, शिवम भागो मेरे पैर में गोली लग गई। पुलिस पहुंची तो दाएं पैर में गोली लगने से घायल बदमाश पड़ा था। पास में पिस्टल, दो खोखा और बाइक पड़ी थी। बदमाश ने खुद को महेश गुप्ता निवासी ग्राम कोरउत थाना लोहता बताया। जानकारी दी कि लोहता के गिरीधरपुर निवासी शिवम यादव, जंसा का परमपुर निवासी अभिषेक राजभर, जयहिन्द उर्फ अजगर, कौशल राजभर के साथ मिलकर पांच नवंबर को सिरसा गांव के पास समय रात साढ़े आठ बजे बाइक से घर जा रहे सराफा कारोबारी दीपक सेठ का बैग लूटे थे। पुलिस मुखबिर लगाई तो शेष चार आरोपित भी रविवार को दयापुर नकई बार्डर पर बंद पड़ी खंडहर नुमा फैक्ट्री से पकड़े गए। बदमाशों के पास से एक किलो 50 ग्राम सफेद धातु, लूट की प्रयुक्त बाइक बरामद हुई। बताया कि लोहता के ग्राम कोरउत निवासी अर्जुन सेठ उर्फ दयालू ने लूट की योजना बनाई थी। महेश ने बताया कि लूटे जेवरात में से मेरे हिस्से चांदी की नौ जोड़ी पायल, 11 जोड़ी मीना, दो चेन, एक सोने का लाकेट आया था, जिसे लेकर शिवम के साथ बहन के घर जा रहा था कि मुझे गोली लग गई। महेश और अभिषेक पर कई केस दर्ज हैं। इंस्पेक्टर प्रवीन कुमार, दारोगा अमित यादव, विपिन ङ्क्षसह, अजय राय, मुख्य आरक्षी सत्यप्रकाश ङ्क्षसह, भागीचंद आदि रहे।