वाराणसी (ब्यूरो)। रामनगर पोस्ट आफिस में तीन लाख रुपये जमा करने पहुंचे रामनगर के मच्छरहट्टा निवासी वृद्ध प्रमोद पांडेय को निशाना बनाकर दो महिला चोरों ने ढाई लाख रुपये पार दिए और परिसर से निकल गईं। तीसरी बाहर रेकी कर रही थी। नोट निकलते ही बोझ हल्का महसूस हुआ तो वृद्ध ने झोले पर निगाह डाली तो निचला हिस्सा कटा देख परेशान हो उठे। चीखते हुए बाहर भागे तो उन्हें देख दोनों महिलाएं जल्दी से टेंपो में सवार होकर भागने लगीं। शोर मचाते वृद्ध प्रमोद पीछे दौड़े तो आसपास के लोगों ने टेंपो रोक चेक किया तीनों महिलाएं पकड़ी गईं, जबकि एक के दुपट्टे से रुपये बरामद हुए। गिरफ्तार महिलाएं मध्य प्रदेश के रामगढ़ कडिय़ां सांसी की रामकली, राधिका सिसोदिया व कोमल हैं।
पुलिस को दी तहरीर
पुलिस को दी गई तहरीर में प्रमोद ने बताया कि रामनगर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक कंपनी से सेवानिवृत्त हैं। गांव की एक जमीन रजिस्ट्री कराने को बैंक आफ बड़ौदा की रामनगर शाखा से रुपये निकाले थे। किन्हीं वजहों से जमीन खरीद नहीं पाए तो ढाई लाख रुपये झोले में और 50 हजार रुपये जेब में रखकर पोस्ट आफिस में जमा करने गए थे। पकड़ी गई दोनों महिलाएं मेरे पास पहुंच रुपये जमा करने को फार्म मांगने लगी। बातचीत के दौरान ब्लेड से झोला काट रुपये निकाल खिसक लीं। पुलिस को महिला चोरों ने बताया कि उनके गांव में बहुतेरी महिलाएं बनारस में चोरी की घटनाएं की हैं। दोनों के पास बरामद एक बैग के बारे में पुलिस जांच कर रही है। गिरफ्तार तीनों महिलाएं सगी रिश्तेदार हैं, शनिवार सुबह ही ट्रेन से बनारस स्टेशन पर उतरी थीं। बताया कि सुबह संकट मोचन मंदिर के समीप चोरी का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली थी।
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गहने की दुकान से हुई उचक्कागिरी
मंडुवाडीह फ्लाईओवर के नीचे कस्बा निवासी वीरेंद्र कुमार की ज्वेलरी दुकान है। वीरेंद्र ने बताया कि शुक्रवार देर शाम बाइक सवार एक महिला, पुरुष मासूम बच्चा लेकर दुकान पर पहुंचे थे। घर में शादी पडऩे की बात बताते जेवरात दिखाने की बात कही। महिला जेवरात देख रही थी, तभी उसके साथ का युवक रुपये लाने की बात कहकर गया। जेवर पसंद न आने की बात कहकर पीछे से महिला भी चली गई। दोनों के जाने के बाद जेवरात चेक किए तो 10 ग्राम सोना निर्मित चेन गायब था। थाने में घटना की तहरीर दे दी है।
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एसओजी लगी है, जल्द कई गिरफ्तारियां होंगी : डीसीपी
डीसीपी क्राइम चंद्रकांत मीणा ने बताया कि एसओजी टीम लगी है। गिरोह के बारे में कुछ क्लू मिले हैं। मध्यप्रदेश का गिरोह बसों से अलग-अलग जिलों में पहुंचता है। गिरोह की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश हो रही है। जल्द की और गिरफ्तारियां की जाएंगी।