वाराणसी (ब्यूरो)। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न वायुदाब का क्षेत्र पश्चिम बंगाल से बिहार होते हुए बुधवार की दोपहर बाद वाराणसी पहुंचा समेत पूर्वांचल में पहुंचाफिर तो अचानक छाए घने काले कजरारे बादलों ने जोरों की वर्षा आरंभ कर दीतडि़त झंझावात के चलते आकाशीय बिजली की लगातार भयंकर गरज, चमक, तड़तड़ाहट ने लोगों को भयभीत कर दियाअनेक स्थानों पर वज्रपात की घटनाएं होने से कई घरों में विद्युत उपकरण जल गएकई जिलों में लोगों की मौत हुई व बहुत से झुलस गएइस बीच जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में तेज हवा के झोंकों संग 60.50 मिमी तो शहरी क्षेत्र में 12 मिमी मूसलधार वर्षा हुईखेतों से लेकर सड़कों तक पानी भर गयाशहर के निचले क्षेत्रों में दुश्वारियां और ज्यादा बढ़ गईंमौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस तरह की स्थिति लगातार कई दिनों तक दोपहर बाद उत्पन्न हो सकती है

सुबह से थी उमस

सुबह से भयंकर उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा थानिम्न वायुदाब का ही नतीजा रहा कि लोगों के शरीर से लगातार पसीना बहता रहा, भीषण गर्मी से लोग हांफने लगे थेप्रबल अकुलाहट और बेचैनी का यह वातावरण अचानक ढाई बजे के बाद बदल गयातेज हवा चलने लगी, आसमान में काले-काले मेघ पहुंचने लगेकुछ ही देर में तेज बिजली कड़कने व चमकने लगीबादलों की गर्जना के बीच तडि़त झंझावात का ऐसा ²श्य उपस्थित हुआ कि लोग भयभीत हो उठेलगातार बिजली की चमक, कड़़क व गर्जना बढ़ती जा रही थीहर क्षण ऐसा लग रहा था कि कहीं आसपास ही बिजली गिरी होहुआ भी ऐसा, अनेक स्थानों पर वज्रपात की घटनाएं हुईंगांव से शहर तक अनेक स्थानों पर वज्रपात हुएअनेक घरों में नुकसान हुआबहुत से विद्युत उपकरण जल गए तो अनेक स्थानों पर घंटों बिजली गुल हो गईइस बीच अधिकत तापमान में बीते 24 घंटे की अपेक्षा कमी आई, फिर भी यह सामान्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस अधिक 37.9 डिग्री सेल्सियस रहान्यूनतम तापमान भी सामान्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक 28 डिग्री सेल्सियस रहाइस बीच 87 से 100 प्रतिशत तक आद्र्रता बनी रही