वाराणसी (ब्यूरो)। आज के यूथ का दिमाग किसी फास्ट ट्रेन से भी तेज चलता हैउन्हें समझ है कि उन्हें क्या करना है और उन्हें अपने फ्यूचर को किस दिशा में लेकर जाना हैइसे वह बखूबी जानते भी हैंइसलिए ज्यादातर युवा खुद का बिजनेस करने में दिलचस्पी रखते हैंइनको इसमें और बेहतर बनाने के लिए आईआईटी बीएचयू ने दो दिन की बिजनेस क्लास 19 और 20 सितंबर को रखी हैये क्लास एक्सपर्ट लेंगे, जोकि अपनी बड़ी-बड़ी कंपनी खड़ी कर चुके हैं इस बिजनेस क्लास का मेन टॉपिक होगा, क्रिएटिव तरीके से कैसे अपने प्रोडक्ट की पैकिंग करें और वह पर्यावरण के लिहाज से भी कैसे अच्छा हो सकता हैसाथ ही आप अपने प्रोडक्ट को कैसे बायोडिग्रेडेबल, रिसाइकिलेबल एडवांस्ड रिसाइकिलिंग, इको फ्र ंडली प्रोडक्ट बना सकते हैंइसकी भी इंफॉर्मेशन स्टूडेंट को मिलेगी

कम बजट में अच्छी पैकिंग

बिजनेस इनोवेशन के क्षेत्र में हर दिन तकनीक और क्रिएटिव तरीके से बदलाव हो रहे हैं, जो न केवल आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं बल्कि पर्यावरण के लिहाज से फायदेमंद भी साबित हो रहे हैंवर्तमान दौर में ऑनलाइन और ऑफलाइन बिजनेस में लोग प्रोडक्ट की क्रिएटिव और सस्टेनेबल पैकिंग पर फोकस कर रहे हैंइस तरह की पैकिंग न केवल प्रोडक्ट की सुंदरता को बढ़ा रही है, बल्कि मार्केटिंग में भी मददगार साबित हो रही हैइसी पर पूरी जानकारी आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट को एक्सपर्ट से मिलेगी कि वह अगर अपने बिजनेस को स्टार्ट कर रहे हैं तो कैसे वह कम बजट में अच्छी पैकिंग करके कस्टमर को आकर्षित कर सकते हैं

सस्टेनेबल पैकिंग के मिलेंगे आइडिया

एक्सपर्ट स्टूडेंट को सस्टेनेबल पैकिंग में वह कैसे बायोडिग्रेडेबल, रीसाइक्लेबल, एडवांस्ड रिसाइक्लिंग, सेम ट्रेसेबल, रियुजेबल, स्मार्ट और इको-फ्रेंडली समेत अन्य विकल्प के साथ कैसे कम बजट में एक बेहतरीन पैकिंग कर सकते हैंइसकी जानकारी देेंगेजो कि स्टूडेंट को उनके बिजनेस में काफी मददगार साबित होगी और खासकर उनके लिए जो कि पढ़ाई के बाद अपना खुद का स्टार्टअप करना चाहते हैंसाथ ही वह जूट, बांस, वेस्ट फैब्रिक और नारियल के छिलके जैसी चीजों को कैसे अपने प्रोडक्ट की पैकिंग का हिस्सा बना सकते हैंये भी जानकारी उन्हें दी जाएगी

पर्यावरण के लिए भी हो सुरक्षित

स्टूडेंट को न केवल बिजनेस के बारे में जानकारी दी जाएगी, बल्कि वह कैसे पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैंउन्हें ये भी बताया जाएगाईको फ्रेंडली प्रोडक्ट की खासियत होती है कि ये न केवल पर्यावरण के लिए अनुकूल हैं, बल्कि इनकी उपयोगिता लंबे समय तक बनी रहती हैये विकल्प किफायती और मजबूत भी हैऐसे में अब फूड डिलीवरी और गिफ्ट पैकिंग में प्लास्टिक की जगह सस्टेनेबल कंटेनरों का उपयोग किया जाता है

इस तरह से भी कर सकते हैं पैकिंग

आने वाले एक्सपर्ट स्टूडेंट को बताएंगे कि कांच के कंटेनर, मेसन जार और टिन के डिब्बों की पैकिंग कैसे की जा सकती हैइसके डिब्बे और बॉक्स रियुजेबल होते हैंइसलिए ग्राहकों को ये पसंद भी आते हैंसस्टेनेबल पैकेजिंग से बिजनेस की ग्रोथ भी बढ़ी हैसाथ ही अगर आप नया स्टार्टअप करने की सोच रहे हैं तो पैकिंग के लिए वेस्ट फैब्रिक, जूट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, जिसमें अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती थीउसमें फूलों को सुखाकर यूज करते थेफिर रियुजेबल, स्मार्ट और इको-फ्र ंडली तरीके से प्रोडक्ट की पैकिंग की जाती है

वर्जन

स्टूडेंट को समय-समय पर अच्छा बिजनेस करने की भी जानकारी दी जाती है, जिससे वह अपने कॅरियर में आगे बढ़ सकते हैं

अमित पात्रा, निदेशक, आईआईटी बीएचयू