वाराणसी (ब्यूरो)। कबीर की बानी गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पांव काशी में साकार दिखने लगी है। लगन, समर्पण और श्रद्धांकन से पूरित गुरु पूजन के महापर्व का विधान निर्वहन करने के लिए लाखों भक्तों से महादेव की नगरी बम-बम हो चुकी है। मठ, आश्रम से लेकर मंदिरों में गुरु कृपा लेने की होड़ रहेगी आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा, तदनुसार सोमवार को हर छोटे-बड़े मठों, पीठों और आश्रम में शिष्यों और अनुयायियों की लंबी कतार और इससे रह-रहकर उठती गुरु भक्ति के भावों से भरी पुकार सुनने को मिलेगी। अनुमानों के अनुरूप गंगा घाट से लेकर बाबा दरबार में श्रद्धालुओं का हुजूम रहेगा तो दूसरी ओर पड़ाव से गढ़वा घाट तक आस्था की हिलोरें देखने को मिलेगी। इन मठों और पीठों में आज से नहीं बल्कि सदियों से गुरुदीक्षा लेने की परंपरा चली आ रही है। यहां एक से एक लोग आज भी गुरु चरणों को प्रणाम करने के लिए आते है।
उमड़ा हुजूम
काशी में गुरु पूर्णिमा पर्व के पूर्व दिवस से ही आस्थावानों का हुजूम उमड़ पड़ा है। गुरु चरणों को पखारने और उनके दर्शन करने को शिष्यों व भक्तों की साध-संगत से विभिन्न पीठ, मठ और आश्रम भर चुके हैं। हर-हर महादेव उद्घोष के साथ ही औघड़दानी काशी में परंपराओं का निर्वहन शनिवार सुबह से ही शुरू हो गया। गुरु पर्व गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई, रविवार को मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि के एक दिन पहले ही भक्तों का रेला और श्रद्धा का मेला सज चुका है। पावन पीठों और मठों से लगायत सड़कों पर तमाम दुकानें सज चुकी हैं। गुरु पूजन के अलावा पूर्णिमा तिथि में गंगा स्नान का धार्मिक विधान भी श्रद्धालुओं द्वारा निभाया जाएगा। आश्रमों और मठों की विशेष सजावट की गयी है। साथ श्रद्धालुओं को ठहरने और भोजन आदि सहित सुरक्षा के बंदोबस्त किये गए हैं।
गढ़वा घाट में जुटान
गढ़वा घाट आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर आस्थावानों की जुटान हो चुकी है। वहां मेले जैसा माहौल एक दिन पहले ही दिखने लगा है। गढ़वा घाट क्षेत्र के स्वामी नंगा बाबा, आश्रम स्वामी परमहंस आश्रम, बिजुरिया वीर बाबा आश्रम में भी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। माला-फूल प्रसाद मिठाई की दुकानें सज गयी हैं। झूला-चरखी का लुत्फ एक दिन पहले से ही लोग ले रहे हैं। यहां होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। पीएसी और पुलिस के जवानों के साथ ही जल पुलिस के जवान गंगा नदी में मोटर बोट पर तैनात रहेंगे। इसी तरह पड़ाव स्थित अघोर पीठ और रविन्द्रपुरी स्थित क्रींकुण्ड में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। पूरा क्षेत्र मेले में तब्दील है।
इन स्थलों पर होगी भीड़
काशी में लगभग हर गली में कोई न कोई बड़ा गुरु विद्यमान है, लेकिन जहां शिष्यों की ज्यादा भीड़ लगती है उनमें श्रीविद्या मठ, दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ शिक्षा मंडल, श्रीरामजानकी मठ, अघोर पीठ समाने घाट, श्रीरामजानकी मंदिर कश्मीरीगंज और मणिकर्णिका घाट स्थित श्री सतुआ बाबा आश्रम आदि शामिल हैं।
गुरु पूर्णिमा उत्सव का शुभारंभ
संत रविदास पार्क नगवा लंका स्थित श्री दुर्गा मातृ छाया शक्तिपीठ में दो दिवसीय से गुरु पूर्णिमा महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को श्री रामचरितमानस के अखंड पाठ से हुआ। अखंड पाठ का शुभारंभ देवी उपसिका एवं शक्तिपीठ संस्थापिका साध्वी गीताम्बा तीर्थ ने किया।