वाराणसी (ब्यूरो)। पांडेयपुर-लालपुर, लहरतारा-चांदपुर, पड़ाव-रामनगर मार्ग समेत कई जगहों पर सड़क चौड़ीकरण को लेकर तोडफ़ोड़ का सिलसिला जारी है। इसकी जद में जिसका भी घर या दुकान है, उसकी रातों की नींदहराम है। कुछ ऐसी ही स्थिति से वर्तमान समय में विश्वेश्वरगंज मंडी के 600 से अधिक दुकानदार भी गुजर रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं उनके जीवकोपार्जन का सहारा उनकी दुकानें, उनसे छीन न जाए। यह डर भी लाजिमी है। नगर निगम इन 600 से अधिक दुकानदारों से जनवरी महीने से किराया नहीं ले रहा है। बुधवार को दैनिक जागरण टीम की पड़ताल में एक और चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। विशेश्वरगंज कूड़ाघर कचरा से लबालब मिला। दुर्गंध के चलते दो दुकानदारों ने अपनी दुकान ही बंद कर दी है। यही नहीं, ग्राहक भी इक्का-दुक्का ही आते हैं.
करोड़ों का टर्नओवर, सुविधा जीरो
पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी विशेश्वरगंज है, जहां अनाज, किराना, गुड़, चीनी, ड्राई फूड, तेल, घी, रिफाइन, फल, सब्जी समेत दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाला हर सामान मिलता है। वाराणसी के साथ पूर्वांचल के सभी जिलों से प्रतिदिन 50 हजार से ज्यादा ग्राहकों का आना होता है। करोड़ों का टर्नओवर करने वाली विशेश्वरगंज मंडी आज भी सुविधाओं के नाम पर कंगाल है। न ही पार्किंग की व्यवस्था और न ही ठहरने की। इन परेशानियों के बीच 600 से अधिक दुकानदार अपनी दुकान चला रहे हैं.
500 से लेकर 28,000 किराया
विशेश्वरगंज मंडी में छह सौ से अधिक दुकानें अस्सी साल से हैं। व्यापारियों के अनुसार 70 से 80 साल पहले नगर निगम ने व्यापारियों से आग्रह कर यहां पर दुकानें दी थीं, जिसका अधिकतम किराया दो रुपये था, जो अब बढ़कर 500 से 28,000 रुपए तक पहुंच गया है। करीब 70 फीसद दुकानों का किराया 5000 से 10,000 रुपए तक है.
दुर्गंध से दुकानें बंद
व्यापारियों का आरोप है कि दुकानदारों को परेशान करने की नीयत से ही विशेश्वरगंज कूड़ाघर में कचरा डम्प किया गया है, जो पिछले एक सप्ताह से उठाया नहीं जा रहा, ताकि दुर्गंध से दुकानदार दुकान छोड़कर चले जाएं। गुड़ हट्टा बाड़ नंबर एक में दो दुकानदारों ने दो दिन से दुकानें बंद रखी है। दुर्गंध की वजह से गुड़ हट्टा बाड़ा नंबर दो और तीन के दुकानदार भी परेशान हैं। यही स्थिति रही तो दो की संख्या 20 भी हो सकती है। दुर्गंध की वजह से ग्राहक भी इन जगहों पर आने से बचते हैं। यही नहीं गुडहट्टा में गुड़, चना की खरीदारी करने अगर आप गलती से चले गए तो बदबू से आप मूर्छित हो जाएंगे।
दुकान छिनने का डर
नगर निगम जनवरी से विश्वेश्वरगंज मंडी के 600 से अधिक दुकानों का किराया जमा नहीं कर रहा है। दुकानदारों को डर है कि निगम कोई कार्रवाई तो नहीं करने वाला। कारोबारी जोनल कार्यालय से लेकर नगर निगम मुख्यालय तक लगातार चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। इस संबंध में कुछ दुकानदारों ने मेयर अशोक तिवारी से भी बात की तो उन्होंने भी गोलमोल जवाब दिया। इस मामले को लेकर कई दुकानदार नगर निगम मुख्यालय भी गए थे। वहां बताया कि रेट रिवाइज होगा। उसके बाद किराया लिया जाएगा। ऐसी स्थिति में दुकानदारों को डर है कि टाउनहाल की तरह नगर निगम हम लोगों से भी दुकानें छीन सकता है।
दुर्गंध के बीच खरीदारी
विशेश्वरगंज मंडी में भले ही चावल, दाल, घी-तेल, पापड़-चिप्स का कारोबार होता हो, लेकिन सुविधाओं का टोटा आज भी है। पांच साल में मंडी में दुकानें बढ़ गईं। भैरवनाथ जाने वाले मार्ग पर दर्जनों दुकानें खुल गईं। महामृत्युंजय मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर भी कई आढ़तें भी हैं। कूड़ा डंप होने से हमेशा बदबू रहती है। इसी के बीच मंडी के कारोबारी कारोबार करते हैं। कूड़े का उठान भी प्रतिदिन नहीं होता है। अगर कूड़े का उठान भी समय-समय पर किया जाए तो मंडी में बदबू न आए.
नगर निगम दुकानदारों से किराया नहीं ले रहा है, जिससे हर किसी में डर बैठा है। हम लोग अधिकतम 25 फीसद किराया बढ़ाने के पक्ष में भी हैं। जानकारी मिल रही है कि सर्किल रेट के हिसाब से किराया बढ़ाया जाएगा, जो गलत है। इसका विरोध किया जाएगा। एक दुकान से करीब 100 लोगों का जीवकोपार्जन चलता है। इस संबंध में मेयर से भी वार्ता हुई थी, लेकिन उन्होंने गोलमोल जवाब दिया.
-भगवान दास,
नगर निगम पर भरोसा कम है। कहीं टाउनहाल की तरह हमारी दुकानें भी न चली जाएं। पिछले छह महीने से सारे दुकानदार परेशान हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। इससे दुकानदारों में डर बैठा है। इस मंडी में ग्राहकों को थोक के रेट में फुटकर सामान मिल जाता है। पूरे शहर में सबसे सस्ता सामान भी मिलता है।
-बलवंत सिंह, महामंत्री
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मेयर अशोक तिवारी से सीधी बात
रिपोर्टर : नगर निगम विशेश्वरगंज के दुकानदारों से किराया नहीं ले रहा है।
मेयर : किराये को लेकर नये सिरे से मंथन चल रहा है.
रिपोर्टर : किराया बढ़ाने की योजना है।
मेयर : किराये को लेकर नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में नये प्रपोजल पर प्रस्ताव रखा जाएगा। सहमति बनने के बाद किराया जमा होने लगेगा.
रिपोर्टर : विशेश्वरगंज कूड़ाघर में कचरा डम्प पड़ा है, जिससे दुर्गंध आ रही है।
मेयर : नगर निगम के कर्मचारियों को कूड़ाघर से कचरा हटाने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही कचरा उठा लिया जाएगा.
रिपोर्टर : मंडी में तमाम समस्याएं भी हैं। सफाई भी नहीं होती है.
मेयर : नहीं ऐसी बात नहीं है। नियमित सफाई होती है। दुकानदारों से वार्ता कर समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा।