वाराणसी : श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ। कुलपति तिवारी का बुधवार को निधन हो गया। 70 वर्षीय डॉ। कुलपति कई महीने से न्यूरो संबंधित बीमारी से ग्रस्त थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें रवींद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान शाम लगभग पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका शव टेढ़ीनीम स्थित आवास पर दर्शनार्थ रखा गया। अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया। मुखाग्नि उनके पुत्र वाचस्पति तिवारी ने दी।
डॉ। कुलपति तिवारी का जन्म 10 जनवरी 1954 को हुआ। उनकी वैभवशाली जन्मकुंडली देख उनके दादा तत्कालीन महंत ज्योतिषाचार्य पं। महावीर प्रसाद तिवारी ने कुलपति नाम दिया। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से जुड़ी महंत परिवार की लोक परंपराओं व बाबा से जुड़े वार्षिक पर्वोत्सवों यथा वसंत पंचमी पर बाबा का तिलकोत्सव, महाशिवरात्रि पर विवाहोत्सव, रंगभरी एकादशी पर गौना महोत्सव, सावन पूर्णिमा पर बाबा का झूलनोत्सव, दीपावली के अगले दिन अन्नकूट पर्व आदि आयोजनों को उन्होंने निरंतर जारी रखते हुए भव्यता प्रदान की। उनके निधन का समाचार मिलते ही काशी के धर्मानुरागी शोकाकुल हो उठे। पूर्व धर्मार्थ कार्य मंत्री विधायक डॉ। नीलकंठ तिवारी समेत जनप्रतिनिधिगण, संत-महंत, विद्वतजन शोक संवेदना जताने घर से घाट तक पहुंचे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी शोक जताया।
पीएम, सीएम ने जताई शोक संवेदना
पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर शोक संवेदना जताई। लिखा कि 'काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ। कुलपति तिवारी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। डॉ। कुलपति जी ने दीर्घकाल तक बाबा विश्वनाथ की अनन्य भाव से सेवा की और आज बाबा के चरणों में लीन हो गए। उनका शिवलोकगमन काशी के लिए एक अपूरणीय क्षति है.Ó सीएम योगी ने एक्स पर लिखा कि 'वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी का गोलोकगमन अत्यंत दु:खद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं.Ó