वाराणसी (ब्यूरो)। बीएचयू के इंटरनेशनल गल्र्स हास्टल में शनिवार को शाम साढ़े सात बजे शार्ट सर्किट के चलते आग लग गई। जोरदार धमके होने लगे, इस दौरान एक छात्रा बेहोश हो गई। करीब 15 मिनट तक धमाके होते रहे, लेकिन कोई आग को बुझाने वाला नहीं पहुंचा। घटना से आक्रोशित सैकड़ों छात्राएं विरोध पर उतर आईं। नारेबाजी करते हुए वह हास्टल से बाहर निकल गईं और कुलपति आवास का घेराव कर दिया। दो घंटे तक धरने पर बैठ गईं। उनका कहना है कि हास्टल में बांग्लादेश, नेपाल व म्यांमार समेत कई देशों की छात्राएं रहती हैं। वह लंबे समय से मांग कर रहीं हैं कि नए कमरे उन्हें शिफ्ट कर दिया जाए लेकिन हास्टल के वार्डन की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पुराने कमरों में आए दिन समस्या होती है। पानी, बिजली व सफाई के अलावा कई समस्याएं हैं। शार्ट सर्किट के कारण रात भर हास्टल की बिजली गुल रही। देर शाम तक प्रकरण में छात्राओं का विरोध चल रहा था। सुरक्षा कर्मचारी उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे थे। वह कुलपति प्रो। सुधीर कुमार जैन से मिलने की मांग कर रहीं थी, लेकिन वह नहीं मिले। चीफ प्राक्टर प्रो। शिवप्रकाश ङ्क्षसह को ज्ञापन सौंपा गया। छात्र प्रशांत कुमार ने बताया कि मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले दिनों हिन्दी विभाग गेट के पास आग लगने से पठन-पाठन व्यवस्था बंद करनी पड़ी। छात्र किसी तरह अपनी जान बचा पाए थे।
इस संबंध में पीआरओ राजेश कुमार ङ्क्षसह ने विवि का पक्ष जारी किया। उनका कहना है कि छात्र कल्याण कार्यालय के निकट इंटरनेशनल गल्र्स हास्टल के पास पेड़ की डालियों के कारण तारें टकरा गईं थी, इससे सड़क पर से शार्ट सर्किट हुआ और केबल ब्लास्ट हो गया। कुछ देर के लिए आपूर्ति भी बाधित हुई। विवि के विद्युत आपूर्ति विभाग द्वारा तार की मरम्मत की गई और शीघ्र ही आपूर्ति बहाल की गई। बिजली विभाग के अधिकारी स्थिति पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। अधिकारी और सुरक्षा अधिकारी छात्राओं से बात किए। छात्राओं के खाने की व्यवस्था इंटरनेशनल ब्वायज हास्टल में की गई है। छात्राएं अपने छात्रावास में हैं।