वाराणसी (ब्यूरो)। दो माह से सीवर जाम की समस्या झेल रहे दुर्गाघाट मोहल्ले के लोग आक्रोशित हैं। इसे लेकर मारपीट की नौबत आ गई है। बुधवार को ङ्क्षबदु माधव वार्ड की पार्षद कनकलता मिश्रा व क्षेत्रीय महिला अर्चना सेठ आपस में भिड़ गईं। देखते ही देखते दोनों के बीच मारपीट होने लगी। पार्षद ने अर्चना को दौड़ा-दोड़ा कर पीट दिया। इसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों महिलाओं को शांत कराया। वहीं पार्षद कनकलता ने अर्चना सेठ के खिलाफ कोतवाली थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा लिख लिया है और जांच कर रही है।
गलियों में मलजल
दरअसल, शाही नाला जाम होने से सीवर का मलजल दुर्गाघाट की गलियों में पिछले दो माह से भर रहा है। इसके समाधान के लिए क्षेत्रीयजन दो माह से महापौर, नगर आयुक्त, पार्षद से लगायत पीएम के संसदीय कार्यालय तक गुहार लगा चुके हैं। इसे देखते हुए जलकल विभाग ने दुर्गाघाट की सीवर निकासी के लिए प्लास्टिक की नई पाइप लाइन बिछाने का निर्णय लिया। इसके लिए पाइपलाइन भी गिर गई।
जमीन में पाइप लाइन
वहीं अर्चना सेठ ने पार्षद पर बड़ी बहन सरिता सेठ की जमीन से पाइप लाइन बिछवाने की साजिश का आरोप लगाया। कहा मेरी बहन एनआरआइ है। वह इंडोनेशिया में रहती है। निजी संपत्ति में सरकारी सीवर लाइन बिछाने से रोकने पर नाराज पार्षद व उनके पति काशी विश्वनाथ मंडल के मंडल अध्यक्ष नलिन नयन मिश्र मारपीट पर उतर आए। अपनी पति की मौजूदगी में पार्षद ने सबके सामने सरेआम पीटा। बहरहाल पार्षद व अर्चना ने एक दूसरे पर पहले हाथ छोडऩे का दावा किया है। विवाद को देखते हुए निगम ने नई पाइप लाइन बिछाने की योजना रद कर दी है। वहीं सीवर की सफाई शुरू करा दी है।
नगर आयुक्त के जाते ही भिड़ंत
इससे पहले नगर आयुक्त अक्षत वर्मा दुर्गाघाट, ब्रह्मचारिणी मंदिर में सीवर जाम का निरीक्षण करने गए थे। पार्षद व क्षेत्रीय लोगों से बातचीत करने के बाद उन्होंने नई पाइप लाइन बिछाने की योजना रद्द करते हुए जलकल विभाग को मशीनों से नाला सफाई कराने का आदेश दिया। यहीं नहीं उन्होंने अपने सामने सीवर सफाई कार्य भी शुरू कराया। उनके जाते ही पार्षद व अर्चना भिड़ गईं। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता मोईनुद्दीन, जलकल सचिव ओपी ङ्क्षसह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
बीएचयू के दलित छात्र से रैङ्क्षगग, आरोपित के विवि प्रवेश पर रोक
बीएचयू के समाज शास्त्र के छात्र के साथ रैङ्क्षगग का मामला सामने आया है। आरोपित छात्र को विवि परिसर में हमेशा के लिए प्रतिबंधित किए जाने की सिफारिश की गई है। एंटी रैङ्क्षगग स्क्वायड की तरफ से विवि प्रशासन को पत्र लिखा गया है। मामला राजाराम हास्टल में दो महीने पहले का है। दलित छात्र के साथ आरोपित छात्र ने न केवल मारपीट और गाली गलौच की, बल्कि उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म की कोशिश की गई। पीडि़त छात्र ने घटना की शिकायत प्राक्टोरियल बोर्ड से कर दी थी। पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत किया था।
जनवरी से अब तक विवि में कुल सात मामले आए थे, जिसमें यही मामला रैङ्क्षगग के दायरे में आया। इस प्रकरण का यूजीसी ने स्वत: संज्ञान लिया था। अब आरोपित छात्र को कैंपस से बहिष्कृत किए जाने की कार्रवाई की गई है।