- वाराणसी (ब्यूरो)। आखिरकार कंप्रेस्ड नेचुरल गैस यानी सीएनजी भी धीरे-धीरे पेट्रोल की कीमत को छूने के लिए बेकरार है। शुक्रवार को वाराणसी में सीएनजी का रेट 82.17 रुपए किलोग्राम रहा। जबकि लखनऊ में 96.37 रुपए किलोग्राम, कानपुर में 96 रुपए और गोरखपुर में 93 रुपए किलोग्राम बिकी। कई शहरों में सीएनजी और पेट्रोल के रेट में बहुत ही मामूली अंतर है। सीएनजी कंज्यूमर्स का कहना है कि अगर सरकार ने सीएनजी से वैट और एक्साइज ड्यूटी नहीं घटायी तो वाराणसी में सीएनजी भी पेट्रोल रेट में मिलने लगेगी। कंज्यूमर ने एक और बड़ा सवाल किया कि जब पूरे देश में जीएसटी लागू है तो किसी सामान पर वैट कैसे लिया जा सकता है। इससे साफ झलकता है कि सरकारी खजाना भरने के लिए देश के सिस्टम से खिलवाड़ किया जा रहा है। यह केवल सीएनजी तक ही सीमित नहीं रहने वाला है। अगर इसी तरह चलता रहा तो घरों में खाना बनाना भी महंगा हो सकता है। देश में उत्पादित, फिर भाग रहा रेट प्राकृतिक गैस जो अपने देश में उत्पादित की जा रही है। उसकी कीमत 6.1 डॉलर प्रति एक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) से बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दी गई है। इससे पहले इस वर्ष एक अप्रैल 2022 को प्राकृतिक गैस के दाम को बढ़ाकर 6.10 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू किया गया था। गैस कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर नेचुरल गैस की कीमतों पर जबरदस्त तरीके से पड़ रहा है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों के साथ-साथ देश में उत्पादित नेचुरल गैस की दरें भी बढ़ानी पड़ रही हैं। सरकार से टैक्स घटाने की मांग वाराणसी में गेल के अलावा प्रदेश के प्रमुख शहर लखनऊ, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, गोरखपुर, प्रयागराज, नोएडा समेत अन्य शहरों में सीएनजी की आपूर्ति करने वाली तमाम सरकारी और गैर सरकारी कंपनियां हैं। कुछ कंपनियों के पदाधिकारियों ने राज्य सरकार के जिम्मेदारों से मिलकर टैक्स घटाने की मांग की है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिसकी वजह से कीमतें ऊपर जा रही हैं। उपभोक्ताओं को कम दरों पर सीएनजी उपलब्ध कराने के लिए इस समय टैक्स कम करना ही एक मात्र रास्ता है। राज्य सरकार सीएनजी पर जहां 22.5 प्रतिशत वैट ले रही है। इसमें 10 परसेंट वैट नैचुरल गैस पर और सीएनजी बनाने पर 12.5 परसेंट वैट एडिशनल लगता है। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार 14.5 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी अलग ले रही है. वैट घटे तो 10 रुपए तक पड़ेगा फर्क अगर सरकार पेट्रोल और डीजल की तरह वैट और एक्साइज ड्यूटी घटा दे तो उपभोक्ताओं को दस से 12 रुपए तक की राहत तत्काल मिल सकती है। दरअसल, अब कंपनियों के सामने वैट और एक्साइज ड्यूटी हटाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। अगर जल्दी इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया तो सीएनजी और पीएनजी इस्तेमाल करने वालों के लिए बड़ा मुश्किल होगा. सरकार ने वैट को खत्म कर पूरे देश में जीएसटी लागू किया है, लेकिन अपने फायदे के लिए वैट वसूला जा रहा है। जबकि वैट अस्तित्व में नहीं है। दिल्ली की तरह वाराणसी में वैट शून्य कर दिया जाना चाहिए. - मनोज वाजपेयी यूपी में सीएनजी पर सबसे टैक्स लिया जाता है, जिसमें वैट भी शामिल है। दिल्ली व मुंबई में सबसे कम है। यूपी में वैट कम होना चाहिए। सीएनजी रेट कम होने से पेट्रोल व डीजल से चलने वाले वाहनों की संख्या में कमी आएगी. - आनंद गुप्ता यूपी में सबसे कम दरों में सीएनजी 82.17 रुपये केजी वाराणसी में ही मिलती है। यहां भारत सरकार के उपक्रम गेल इंडिया की ओर से सीएनजी आपूर्ति होती है, जबकि लखनऊ में सीएनजी 96.37 रुपये केजी है। वैट खत्म होने से रेट में और भी गिरावट आएगी. - संतोष मालवीय सीएनजी से प्रदूषण लगभग न के बराबर होता है। शहर में ऑटो रिक्शा पूरी तरह से सीएनजी से संचालित होता है, जिससे प्रदूषण का लेवल बहुत कम हो गया है। लंबे समय से शहर में एक्यूआई ग्रीन लेवल पर है। रेट कम होने से सीएनजी वाहनों की संख्या बढ़ेगी तो प्रदूषण का स्तर भी कम होगा. - संजय शर्मा सीएनजी पर कहां कितना वैट (परसेंट में) दिल्ली ----- 0 महाराष्ट्र ---- 3 तमिलनाडू -- 5 गुजरात ---- 5 मध्यप्रदेश - 14 राजस्थान -- 10 उत्तर प्रदेश -- 22.5 प्रमुख शहरों में सीएनजी के रेट (रुपए प्रति केजी में) लखनऊ 96.37 कानपुर 96 आगरा 96.37 वाराणसी 82.17 प्रयागराज 91.50 नोएडा 79.70 गाजियाबाद 79.70 बरेली 96.37 गोरखपुर 93 पेट्रोल का रेट लंबे समय से स्थिर है, लेकिन सीएनजी का भाग रहा है। दो दिन पहले 2 रुपए बढ़ा है। हालांकि वैट घटाकर रेट कम किया जा सकता है। यूपी में सबसे अधिक वैट लिया जाता है। जबकि दिल्ली में शून्य और महाराष्ट्र में मात्र 3 प्रतिशत वैट लिया जाता है। वैट कम करने के लिए सरकार से पत्राचार किया गया है. - राजकिशोर बहेरा, ग्रीन गैस लखनऊ वाराणसी में लगातार सीएनजी वाहनों की संख्या बढ़ रही है। गंगा में नावों का संचालन भी सीएनजी से चल रहा है। पीएनजी कंज्यूमर की संख्या में इजाफा हो रहा है। सीएनजी से शहर का पर्यावरण भी हेल्दी हो रहा है। वैट कम करने के लिए सरकार से वार्ता चल रही है। कम होने का सीधे फायदा कंज्यूमर को होगा। - सुशील कुमार, गेल इंडिया वाराणसी