वाराणसी (ब्यूरो)। मीरजापुर : मंडलीय चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में मंगलवार की रात बालक का इलाज कराने आए लोगों ने डाक्टरों के साथ मारपीट की। हंगामा करते हुए आरोपितों ने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की। मौके पर पहुंची अस्पताल चौकी की पुलिस ने दो आरोपितों को हिरासत में ले लिया। घटना से आक्रोशित डाक्टरों ने कहा कि आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर जेल नहीं भेजा गया तो वह हड़ताल पर चले जाएंगे। प्राचार्य डा.आरबी कमल ने चिकित्सकों के साथ बैठक की और कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। बुधवार की शाम डा। पवन राय की तहरीर पर पुलिस ने दो आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया।
हलिया के रहने वाले सात वर्षीय ललितेश को तीन दिन पूर्व बिच्छू ने काट लिया था। स्वजन उसका स्थानीय स्तर पर इलाज करा रहे थे। मंगलवार की रात बालक की तबीयत अधिक खराब होने पर स्वजन मंडलीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे। इमरजेंसी के डाक्टरों ने बालक की जांच की तो पाया कि उसका ब्लड प्रेशर १९० व ९० है, जो हाई है। पल्स भी नहीं मिल रही थी। इमरजेंसी में तैनात डा। पवन ने बताया कि बच्चे की हालत खराब है उसे बाहर लेकर जाना पड़ेगा। यह सुन स्वजन ने इसकी जानकारी अपने दो परिचितों को दी। जानकारी पर पहुंचे देहात कोतवाली के वीर मऊआ गांव के रहने वाले सुशील कुमार मिश्र व विंध्याचल के न्यू वीआइपी मंदिर के पास रहने वाले रूपेश कुमार पांडेय बालक का अस्पताल में ही इलाज कराने का दबाव बनाने लगे। इसी बीच कालेज के प्राचार्य डा.आरबी कमल भी अस्पताल का राउंड करने पहुंचे। उन्होंने बच्चे को अधिक आक्सीजन देकर इलाज कराया तो वह ठीक हो गया। डाक्टर की तहरीर पर पुलिस ने रूपेश पांडेय व सुशील मिश्र समेत अन्य पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने व एसटीएसटी के तहत मामला दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।