वाराणसी (ब्यूरो)। क्षसधोरा थाना क्षेत्र के करेमुवा निवासी चिकित्सक सचिन राजभर (27 वर्ष) की संदिग्ध परिस्थितियों में रविवार की रात मौत हो गई। पुलिस मौत को दुर्घटना बता रही है। वहीं, स्वजन हत्या का आरोप लगाते हुए सोमवार की सुबह जमकर हंगामा किए। काफी मशक्कत के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
करेमुवा निवासी विजय राजभर का पुत्र सचिन राजभर बसंतपुर में एक प्राइवेट क्लिनिक चलाता था। रविवार की रात साढ़े नौ बजे वह क्लिनिक बंद कर बाइक से घर जा रहा था। तभी रास्ते में बाइक से गिरने से गांव के बाहर उसकी मौत हो गई। बताते हैं कि रात तक घर न पहुंचने पर स्वजन उसे ढूंढते हुए घटना स्थल पर पहुंचे तो वह धान के खेत में मृत अवस्था में पड़ा मिला। वहीं, उसकी बाइक सड़क पर विपरीत दिशा की तरफ स्टैंड पर खड़ी मिली। जिससे स्वजन को शंका हुई। स्वजन ने घटना की सूचना ङ्क्षसधोरा पुलिस को दी। रात में ही पहुंची पुलिस बाइक से गिरने से मौत होने की बात कह लौट गई। सुबह होते ही सचिन के मौत की सूचना गांव में फैल गई। जिससे सैकड़ों की संख्या में लोग उसके घर पहुंच गए। स्वजन हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस के ऊपर लापरवाही बरतने का आरोप लगाने लगे। थानाध्यक्ष निकिता ङ्क्षसह ने पोस्टमार्टम के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर शव को कब्जे में ले लिया।
13 नवंबर को होनी थी ङ्क्षरग सेरेमनी
मृतक सचिन राजभर अपने पिता का इकलौता बेटा था। 13 नवंबर को उसकी ङ्क्षरग सेरेमनी होनी थी। दो बहनों में वह सबसे बड़ा था। पिता विजय सूरत में साड़ी छपाई करते हैं। इकलौते बेटे की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में घर पहुंचे ग्रामीण भी अपने आंसू नहीं रोक पाएं।
शरीर में कई जगह चोट के निशान
ग्रामीणों का आरोप है कि सचिन के हाथ, पैर व मुंह के साथ सिर में गंभीर चोट आई है जो कि दुर्घटना नहीं हत्या की तरफ इंगित कर रही है। वहीं, थानाध्यक्ष ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।