वाराणसी (ब्यूरो)। ढाब क्षेत्रवासियों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। पानी कम होने के बाद मच्छरों ने जीना मुहाल कर दिया है तो वहीं रात में बाढ़ का पानी कब बढ़ जाए। इसको लेकर धुकधुकी बनी हुई है। गंगा के जलस्तर में घटाव और बढ़ाव बना हुआ है। इसके चलते ढाबवासियों के आगे संकट गहरा गया है। कई तो कैंप में शरण ले चुके हैं, लेकिन जिनके मकान में थोड़ा बहुत पानी घुसा था। उनके यहां मच्छरों ने परेशान करना शुरू कर दिया है।
न सफाई, न ही छिड़काव
तटवर्ती क्षेत्र में रहने वालों का कहना है कि वरुणा का पानी कम होने के बाद भी कई घरों से पानी नहीं निकला है। लोग बाल्टी-बाल्टी पानी निकाल रहे हैं। बाढ़ का पानी कई घरों में भी लग गया है। जहां पानी लगा है, वहां पर मच्छर पनपने लगे हैं। पानी निकासी की समुचित व्यवस्था न होने की वजह से लोगों के पास जो साधन हैं। उसी से पानी निकाल रहे है। क्योंकि तटवर्ती एरिया में कई मकान गलियों में हैं। नगर निगम के वाहन वहां तक जा नहीं सकते हैं।
इन एरिया में लगा पानी
कोनिया के वरुणा किनारे एरिया में सैकड़ों मकानों में बाढ़ का पानी लगा हुआ है। सराय मोहाना के एरिया में भी पानी लगा हुआ है। पुराना पुल के पास कई घरों में पानी नहीं निकल पाया है। इन एरिया के लोगों का कहना है कि नगर निगम अगर पंप लगाकर पानी निकाले तो पानी काफी हद तक निकल सकता है।
बढ़ रहे मच्छर
तटवर्ती में जहां-जहां पानी लगा है। वहां पर मच्छरों का आतंक बढ़ गया है। खाली प्लाट में भी पानी लगने की वजह से मच्छरों का झुंड लगा हुआ है। फॉगिंग और छिड़काव न होने से क्षेत्रीय लोगों को भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है। ढेलवरिया के सूरज खरवार का कहना है कि क्षेत्र में नगर निगम के सफाईकर्मियों को छिड़काव न होने की वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
बाढग़्रस्त एरिया में सफाईकर्मियों को छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है। कर्मचारी लगातार छिड़काव कर रहे हैं। जहां से शिकायत आ रही है। वहां पर जल्द से जल्द फॉगिंग भी की जाएगी।
डॉ। पीके शर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
ढेलवरिया में काफी मच्छर लग रहे हैं। बाढ़ का पानी कम होने से अब मच्छर पनपने लगा है। रात हो या दिन का चैन छिन गया है।
सूरज खरवार, ढेलवरिया
कोनिया में बाढ़ का पानी कम होने से लोगों के घरों में पानी लगा हुआ है। जहां पानी लगा है। वहां पर मच्छर परेशान करने लगे हैं।
आकाश भारद्वाज, कोनिया सट्टी
सफाई और छिड़काव की अब जरूरत है। बाढ़ का पानी कब बढ़ जाए, कुछ कहां नहीं जा सकता है। लेकिन नगर निगम को अब छिड़काव कराना चाहिए।
सीमा यादव, कोनिया सट्टी
बाढ़ के पानी से लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। एक दो दिन से वरुणा के जलस्तर में घटाव है, लेकिन कब बढ़ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता।
अमरदीप कुमार, कोनिया घाट