वाराणसी (ब्यूरो)। रिजल्ट में गड़बड़ी व शुल्क वृद्धि के विरोध में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। छात्र पंत प्रशासनिक भवन का गेट को बंद कर घंटों धरने पर बैठे रहे। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोश को देखते हुए कुलपति प्रो। आनंद कुमार त्यागी ने आंदोलनरत छात्रों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया। कुलपति के आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन स्थगित किया।
छात्रों का कहना है कि सभी पेपर की परीक्षा देने के बाद भी स्नातक प्रथम खंड के तमाम छात्रों को माइनर विषय में अनुपस्थित दर्शाया गया है। इसी प्रकार तृतीय सेमेस्टर का रिजल्ट चौथे सेमेस्टर के बाद घोषित किया गया। वहीं पांचवें सेमेस्टर के अंकपत्र में माइनर बैक दर्शा दिया गया है। इसके कारण अंतिम सेमेस्टर का मार्कशीट फंस गई है। स्किल डेवलपमेंट व मेजर विषय में भी कई विद्यार्थियों को अनुपस्थित दर्शाया गया है। दूसरी ओर भूगोल व गृहविज्ञान की शुल्क 2860 रुपये से बढ़ाकर 2992 रुपया कर दिया गया है। वार्ता के दौरान कुलपति ने छात्रों से भूगोल व गृहविज्ञान 2860 रुपये ही शुल्क लेने का आश्वासन दिया। कहा कि जिन छात्रों ने 132 रुपये अधिक शुल्क जमा कर दिया है, उनका अतिरिक्त शुल्क समायोजित या वापस किया जाएगा। रिजल्ट में गड़बड़ी के संबंध में उन्होंने छात्रों से प्रार्थना पत्र मांगा है ताकि किसी छात्र के परीक्षा परिणाम कोई त्रुटि हो तो उसे संशोधित कराया जा सके। धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से आशुतोष तिवारी हर्षित, शिवम यादव, प्रतीक गुप्ता, जतिन पटेल, प्रतीक राय, देवांश पांडेय, अंकुर ङ्क्षसह, आयुष यादव अभय पटेल, प्रदीप पाल, सूरज उपाध्याय सहित अन्य छात्र शामिल थे।