वाराणसी (ब्यूरो)। बैंक अधिकार बनकर साइबर ठगों ने रामनगर के रामविहार कालोनी के रहने वाले सत्येंद्र ङ्क्षसह के बैंक खाते से पांच लाख 24 हजार रुपये उड़ा दिए। इस मामले में साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि बीते 13 नवंबर की शाम को उनके मोबाइल पर काल आया। काल करने वाले ने खुद को भारतीय स्टेट बैंक का मैनेजर आकाश बताया। उसने बैंक खाते के लिए उपयोग के लिए मोबाइल एप की जानकारी देते हुए एक ङ्क्षलक मोबाइल पर भेजा। ङ्क्षलक को डाउनलोड करते ही सत्येंद्र का मोबाइल हैक हो गया। अगली दिन उनके बैंक खाते से आठ लाख रुपये लोन स्वीकृत होने का मैसेज आया। इस पर उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक के रामनगर शाखा में संपर्क किया। जानकारी हुई कि खाते से पांच लाख रुपये निकल गए हैं। इसके बाद 24 हजार रुपये और निकल गए।
ओटीपी पूछकर खाते से उड़ाए 20 हजार रुपये
ओटीपी पूछकर साइबर ठगों ने सारनाथ थाना क्षेत्र के इंक्लेव कालोनी के रहने वाले संतोष कुमार के बैंक खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिए। इस मामले में सारनाथ थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। संतोष ने पुलिस को बताया कि उसके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर केवाइसी सत्यापन के लिए व्यक्तिगत जानकारी ली। इसके बाद मोबाइल पर आया ओटीपी भी हासिल कर लिया। संतोष के ओटीपी बताते ही उसके बैंक खाते से 20 हजार रुपये निकल गए।