वाराणसी (ब्यूरो)। टोबैको किस कदर जानलेवा है। ये किसी से छिपा नहीं है, लेकिन चिंता की बात ये है कि कम उम्र के बच्चे भी इसके शिकार होते जा रहे हैैं। ऐसी स्थिति में माता-पिता के लिए चिंता का विषय है। ऐसा होने की सबसे बड़ी वजह है स्कूल के पास होने वाली तंबाकू की दूकानें, जिसमें खड़े होकर लोग खुलेआम सिगरेट पीते हैं। इस समस्या को लेकर कुछ समय पहले कमिश्नर और स्कूल संचालकों की बैठक भी हुई थी, जिसमें तंबाकू की दुकानों को बंद कराना था। इसी समस्या को लेकर सीबीएसई की तरफ से स्कूलों को एक नोटिस भी गया है कि वह अभियान चला कर स्कूल्स में पढ़ रहे बच्चों को टोबैको से होने वाले नुकसान बताएं, जिससे वह इन नशों के घेरे में न आ सकें।
बताए जाएंगे तंबाकू से होने वाले नुकसान
सीबीएसई स्कूल में टोबैको से होने वाले नुकसान को बताया जाएगा। एक्सपर्ट आकर स्टूडेंट को इसके लिए गाइड करेंगे। ये अभियान एक हफ्ते तक चलेगा। अभी कुछ समय पहले हुई कमिश्नर की बैठक में फैसला लिया गया था कि स्कूल के 100 मीटर की दूरी पर अगर कोई पान मसाले की दुकान होगी तो उसे बंद कराया जाएगा। स्कूल का कहना है कि इसके बाद से कई दुकानें बंद करा दी गई हैं। जो नहीं हुई हैं उन्हें भी जल्दी बंद करा दिया जाएगा। साथ ही एंटी रोमियो की टीम भी घूमती रहती है और हर मूवमेंट पर नजर रखती है।
बच्चों के हो रहे फेफड़े खराब
ईएनटी स्पेशलिस्ट ने बताया, जितना हानिकारक टोबैको बड़ों के लिए है। उससे कहीं ज्यादा ये बच्चों को नुकसान करता है। ये आज एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इसलिए पेरेंट्स और स्टूडेंट को अपने बच्चे को एक दोस्त बनके समझाना चाहिए कि टोबैको उनके लिए कितना नुकसानदेह साबित हो सकता है। इस समय बच्चों में फेफड़ों की समस्या सबसे ज्यादा मिल रही है और बच्चों की इससे मौत तक हो जा रही है। ऐसे में अपने बच्चे को इससे सावधान रखने की जरूरत है।
तंबाकू खाने से होने वाले नुकसान
- तंबाकू खाने से फेफड़ों को नुकसान होता है, जो धीमी मौत का कारण बन सकता है।
- तंबाकू खाने से आपको श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि दमा और अस्थमा।
- तंबाकू खाने से आपकी मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है, जो घबराहट और अधिक तनाव जैसे लक्षणों का कारण बन सकता है।
बच्चों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो की टीम स्कूल्स के बाहर चक्कर लगाती रहती हैं। आसपास की तंबाकू की दुकान भी बंद करा दी गई हैं। हम सभी बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य हित के लिए सजग हैं।
दीपक मधोक, चेयरमैन, सनबीम स्कूल
जब तक पुलिस-प्रशासन नहीं चाहेगा, तब तक दुकान नहीं हटेंगी। इसके लिए पान मसाले की दुकानों का लाइसेंस खत्म करना होगा।
राहुल, सिंह, सचिव, संत अतुलानंद शिक्षण संस्थान
बैठक के बाद से ही कई टोबैको की दुकान बंद कराई गई हैं। स्कूल में भी इसको लेकर बच्चों को अवेयर किया जाता है, जिससे बच्चे नशे के शिकार न हों।
पूजा दीक्षित, डायरेक्टर, आर्य महिला एनएम मॉडल स्कूल
कम उम्र में बच्चे नशे के शिकार हो रहे हैं। ये काफी गंभीर बात है। पेरेंट्स और स्कूल को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
डॉ। मनोज गुप्ता, ईएनटी स्पेशलिस्ट, सत्कृति हॉस्पिटल