वाराणसी (ब्यूरो)। डिग्री से कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रेशर लेकर कभी भी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए। जितना लाइट रहेंगे, मंजिल को पाने में उतनी ही आसानी होगी। अगर आपने प्रेशर लिया तो ये सिर्फ मुसीबत ही लेकर आएगा। सफलता पाने के लिए लक्ष्य जरूर निर्धारित करें, क्योंकि बिना लक्ष्य के सफलता नहीं मिलती है। असफलता के बाद कभी भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि जिसे पहले असफलता मिली है, वही सफल होता है। यह बातें शनिवार को कचहरी स्थित कमिश्नरी ऑडिटोरियम में अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित कॅरियर पाथवे सेमिनार के दौरान स्पेशल गेस्ट व मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन ने कही। चीफ गेस्ट जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्नर जाह्वïवी द्विवेदी रहीं, जिन्होंने बच्चों को कॅरियर में आगे बढऩे के लिए मोटिवेट किया। इस दौरान उन्होंने कई तरह से स्टूडेंट्स के दिमाग को परखा और कैसे सफलता प्राप्त कर सकते हैं, इस पर स्टूडेंट को विस्तृत जानकारी दी।
लैंप लाइटिंग से शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत चीफ गेस्ट जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्नर जाह्वïवी द्विवेदी, अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर (डायरेक्ट ऑफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरिच) निघिल एन, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन ्रऔर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के संपादकीय प्रभारी शिशिर के। मिश्रा के लैंप लाइटिंग करने के साथ हुई। इसके बाद सरस्वती वंदना हुई।
बच्चों को समझें
चीफ गेस्ट जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्नर जाह्ववी द्विवेदी ने कहा, 12वीं के बाद वह परेशान रहते हैं कि वह कौन सी फील्ड चुनें। ऐसे में बच्चों की कॅरियर के लिहाज से काउंसिलिंग जरूरी है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत कोर्स में तेजी से बदलाव हो रहा है। माता-पिता अपने बच्चों को ठीक से नहीं समझा पा रहे हैं कि वे किस दिशा में आगे बढ़ें। ऐसे में दोस्त उन्हें आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे हैं। इस सेशन के बाद बच्चों को सही दिशा में आगे बढऩे में मदद मिलेगी। सोशल मीडिया पर सर्च करने के लिए नॉलेज होना चाहिए कि हमें सर्च क्या करना है। इससे सेशन इसे समझने में काफी मदद मिलेगी।
कई क्षेत्र में कॅरियर ऑप्शन
अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर (डायरेक्ट ऑफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरिच) निघिल एन। ने कहा, एआई रोबोटिक को ह्यूमन इंजेलिजेंस ने बनाया है। कार्यक्रम के दौरान साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट एमबीबीएस और जेईई के अलावा कई क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि मैथ स्ट्रीम के बच्चों के लिए अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से कई कैंपेन चलाए जा रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डाटा, डाटा साइंस, एआई एंड रोबोटिक, साइबर सिक्योरिटी, लॉक चैन इंजीनियरिंग, रिन्यूएबल एनर्जी और इंटरनेट थिंक जैसे कोर्स यहां उपलब्ध हैं। बायो के स्टूडेंट बीएससी एनेस्थिसिया टेक्नोलॉजी, बीएसई कार्डियो वस्क्यूलर टेक्नोलॉजी, बीएसई क्लीनिकल, न्यूट्रिशयन, डाइटेटिक्स एंड फूड साइंस, बीएसई इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलॉजी, बीएसई डायलसिस थेरेपी, बीएसई ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी, बीएसई रेस्पिरेटरी, बीएसई कार्डिक परफ्यूजन टेक्नोलॉजी, बीएसई ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी आदि कोर्स चल रहे हैं, जिसमें इंटर के बाद स्टूडेंट अपना कॅरियर बना सकते हैं। हर साल 24 से 25 लाख स्टूडेंट नीट की और करीब 15 लाख स्टूडेंट्स जेईई की परीक्षा देते हैं, लेकिन सीमित सीट होने के कारण हर किसी को उसमें एडमिशन नहीं मिल सकता है। ऐसे में ये कोर्स उनके लिए बेहतर हो सकते हैं।
ट्रेंड को समझना जरूरी
डॉ। अमित कुमार निरंजन ने कहा, एग्जाम को पास करने के लिए बहुत पढ़ाई नहीं करनी होती है। इसके लिए सबसे पहले आपको ट्रेंड को समझना होगा। ये समझना होगा कि एग्जामनर ने किस तरह का पेपर बनाया होगा। अगर आपने यह ट्रेंड समझ लिया तो आप आसानी से किसी भी परीक्षा को पास कर लेंगे। स्पीच के दौरान उन्होंने बच्चों को डायलॉग्स के माध्यम से आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही थ्री डॉट से बच्चों के दिमाग की स्पीड को जाना।
सपनों को जीना सीखें
मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन ने सेमिनार के दौरान स्टूडेंट्स को उनके सपनों को जीना सिखाया। उन्होंने स्टूडेंट्स से उनकी आंख को 15 सेकेंड के लिए बंद कराया और उन्हें उनके सपने के बारे में सोचने को कहा। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट्स को स्टेज पर बुलाया और उनके सपनों के बारे में पूछा। इस दौरान अपने-अपने सपनों को बताते हुए स्टूडेंट्स की आंखें नम हो गईं।
इन टीचर्स को मिला सम्मान
प्रीती सिंह
ओपी राय
कौशल श्रीवास्तव
हरीश रामपाल
अजीत कुमार सिंह
अमर वर्णवाल
रोहित सेठ
सुधा सिंह
अमृता शुक्ला
राकेश सिंह
योगेश सिंह
अमृता सिंह
जीतेश्वर
सीमा सिंह
डॉ। तूलिका
शिखा सिंह
महेश यादव
विनय कुमार उपाध्याय
आशुतोष पांडेय
रमाकांत
बलवंत सिंह
आरती सिंह
इन स्कूलों ने किया पार्टिसिपेट
हैप्पी मॉडल स्कूल, पहडिय़ा
तोमर चिल्ड्रेन स्कूल
आर्य महिला एनएमएम स्कूल
हैप्पी मॉडल स्कूल, रामकटोरा
वागीशा पब्लिक स्कूल
ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल
जागरण पब्लिक स्कूल
सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल, बाबतपुर
हैप्पी मॉडल स्कूल, सिगरा
एसओएस हरमन गेमिनर स्कूल
लिटिल फ्लावर हाउस
हैप्पी मॉडल स्कूल, कुरुहुंआ
ऑक्सफोर्ड स्कूल
इन्होंने जीता लकी ड्रॉ
आस्था, आर्य महिला एनएमएम स्कूल
प्रशंसा मिश्रा, हरमन गेमिनर स्कूल
उज्जवल कुमार, सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल
कृष्ण सिंह, ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल
विवेक पांडे, ऑक्सफोर्ड स्कूल
यश मिश्रा, जागरण पब्लिक स्कूल
कॅरियर पाथवे अच्छा प्रयास है। सेशन से हमें अपने आगे के कॅरियर को लेकर काफी कुछ सीखने को मिला, जो फ्यूचर में काम आएगा।
अश्विनी पटेल, वागीशा पब्लिक स्कूल
हमने इस प्रोग्राम से बहुत कुछ सीखा, जो हमारे कॅरियर में काम आएगा। कॅरियर पाथवे प्रोग्राम कॅरियर काउंसिलिंग के लिए शानदार है।
अनुष्का गुप्ता, आर्य महिला एनएमएम स्कूल
अब हम इस बात पर क्लीयर हैं कि आगे क्या करना है। कॅरियर पाथवे के सेशन में शामिल होकर हमें फ्यूचर को लेकर एक राह नजर आई।
सन्नी देव, तोमर पब्लिक स्कूल
इस सेशन ने मुझे कॅरियर के लिए सही मार्गदर्शन मिला। अब मैं अपने फ्यूचर के लक्ष्यों को लेकर काफी कॉन्फिडेंट हूं।
शाश्वत शुक्ला, लिटिल फ्लावर हाउस स्कूल
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह अच्छी मुुुहिम है। कॅरियर पाथवे सेशन से मैंने अपने कॅरियर विकल्पों को बेहतर ढंग से समझा।
यश पाल, सेठ एमआर जयपुुुुरिया स्कूल
आईनेक्स्ट को धन्यवाद, कॅरियर में सही दिशा के बारे में जानकारी मिली। अब लक्ष्यों पर ध्यान रहïेगा, जो फ्यूचर के लिए अच्छा होगा।
श्रेया मौर्या, हैप्पी मॉडल स्कूल
ऐसे प्रोग्राम होते रहने चाहिए। इसने संभावनाओं के बारे में सोचने का नया नजरिया दिया है। इससे भविष्य में कॅरियर को लेकर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
विवेक पांडेय, ऑक्सफोर्ड इंग्लिश स्कूल
कॅरियर काउंसलर ने इतने अच्छे से समझाया कि अब कॅरियर को लेकर एकदम क्लीयर हूं। मेरे कॅरियर विकल्पों को स्पष्ट किया है। मुझे सही दिशा में आगे बढऩे का एक आत्मविश्वास मिला है।
प्रिंस पाल, ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल
ऐसे प्रोग्राम सिटी में अक्सर होते रहने चाहिए। यह प्रोग्राम स्टूडेंट्स के बेहतर कॅरियर को लेकर अच्छा प्रोग्राम है।
अबु वकास, जागरण पब्लिक स्कूल
कॅरियर को लेकर कई नई जानकारियां मिली हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह अच्छी पहल है।
सौम्या चौबे, एसओएस हरमन गेमिनर स्कूल