वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ के दो जवानों की नृशंस तरीरे से हत्या कर शवों को दिल्ली-कोलकाता मुख्य रेल मार्ग पर बकैनिया गांव के समीप आठ सौ मीटर के फासले पर अप व डाउन लाइन में फेंक दिया। एक का शव पूरी तरह से नग्न था। पैर में सिर्फ मोजा था। दोनों के सिर, पीठ, कोहनी पर चोट के निशान थे। दोनों जवान पीडीडीयू से ट्रेन में सवार होकर मोकामा ट्रेनिंग सेंटर पर जा रहे थे। दो जवानों का शव मिलने पर रेलवे सुरक्षा बल पीडीडीयू व दानापुर के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।
दो अज्ञात शव देखकर भीड़ जमा हो गई
मंगलवार की सुबह बकैनिया के पास रेलवे लाइन के पास लगभग आठ सौ मीटर की दूरी के अंतर पर दो अज्ञात शव देखकर भीड़ जमा हो गई। पहला शव बकैनिया पुल के समीप डाउन रेलवे ट्रैक पर पड़ा हुआ था। दूसरा शव देवकली गांव के पास अप लाइन में नग्न अवस्था में था। देर शाम में दोनों शवों की पहचान दिलदारनगर थाना के देवैथा निवासी मो। जावेद और बिहार के आरा भोजपुर जनपद के करारी थाना के करका निवासी प्रमोद कुमार पीडीडीयू स्टेशन पर तैनात आरपीएफ जवान के रूप में हुई। इससे पूरे मंडल में खलबली मच गई। आनन-फानन पीडीडीयू से आरपीएफ के कमांडेंट जतिन बी राज मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल में जुट गए।
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ऐसे हुई शवों की पहचान
: पीडीडीयू मंडल के मानसनगर आरपीएफ पोस्ट पर तैनात आरक्षी प्रमोद कुमार और यार्ड में तैनात आरक्षी जावेद खां दोनों को रेलवे सुरक्षा जोनल ट्रेनिंग सेंटर मोकामा जाना था। । दोनों आरक्षी सोमवार-मंगलवार की रात 12.41 बजे गाड़ी संख्या 15631 डाउन बाड़मेर -गुवाहाटी एक्सप्रेस में सवार हुए हैं। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में वह ट्रेन में सवार होते हुए दिखाई दिए। लेकिन वह मंगलवार को ट्रेनिंग सेंटर नहीं पहुंचे। वहां से आरपीएफ को जानकारी दी गई कि दोनों जवान अभी तक नहीं पहुंचे हैं। इस पर आरपीएफ ने उनकी तलाश शुरू कर दी.इसी बीच दोपहर में जानकारी हुई कि गहमर के बकैनिया के पास दो शव मिले हैं। आरपीएफ के उच्चाधिकारी तत्काल पहुंचे और शवों की शिनाख्त आरक्षी प्रमोद कुमार और मो। जावेद के रूप में की।
दोनों जवानों को मंगलवार की सुबह मोकामा ट्रेनिंग सेंटर पर रिपोर्ट करनी थी,लेकिन दोनों नहीं पहुंचे। बाद में घटना की जानकारी हुई। मामले की जांच की जा रही है।
जतिन बी राज, सीनियर कमांडेंट आरपीएफ पीडीडीयूू