वाराणसी (ब्यूरो)। भेलूपुर क्षेत्र के सुकुलपुरा मोहल्ले में रविवार शाम साढ़े पांच बजे चार मंजिला मकान से 55 वर्षीय कन्हैया लाल राजभर के सिर पर ईंट गिरने से उनकी मौत हो गई। गजेंद्रा गांव (बाबतपुर) निवासी कन्हैया अपनी समधन की तेरही में आए थे। उनके पुत्र शिवचरण राजभर की तहरीर पर भेलूपुर पुलिस ने हास्टल संचालक और वहां मौजूद आठ छात्रों को थाने लाकर पूछताछ की।
सकुलपुरा निवासी इंद्रावती की तेरही का कार्यक्रम बालाजी हास्टल की गली में चल रहा था। तेरही में आए कन्हैया लाल राजभर भोजन कर रहे थे। उसी समय हास्टल की सीमेंट से जुड़ी चार ईंट कन्हैया के सिर पर आ गिरी। आनन-फानन रिश्तेदार कन्हैया को ट्रामा सेंटर बीएचयू ले गए जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्थानीयजन ने आरोप लगाया कि हास्टल के छात्रों ने ईंट गिरा दी। जबकि छात्रों ने कहा कि बंदरों के कारण ईंट गिरी है। पुलिस हास्टल संचालक प्रदीप शर्मा और आठ छात्रों को थाने ले आई। प्रदीप शर्मा ने बताया कि दो वर्षों से शंकरधाम निवासी हरि जायसवाल से किराए पर मकान लेकर हास्टल चला रहे हैं। हमारे यहां 15 बच्चे रजिस्टर्ड हैं, जिनमें आठ छात्र वहां मौजूद थे। हास्टल के सभी छात्र जेई मेंस और नीट की तैयारी कर रहे हैं। मृतक कन्हैया लाल राजभर की बड़ी बेटी रीता का ससुराल सकुलपुरा में है। उसकी शादी इंद्रावती के बेटे आजाद से 2004 में हुई थी।
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हास्टल संचालन का नहीं है लाइसेंस
एसीपी भेलूपुर धनंजय मिश्र ने बताया कि हास्टल संचालन का लाइसेंस नहीं है। अभी तक की जांच में यही बात सामने आई है। तहरीर मिली है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।