वाराणसी (ब्यूरो)। बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के आयुर्वेद संकाय के रचना शरीर विभाग में सोमवार को एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर शोध छात्र को जूठा समोसा फेंक कर मारने और जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगा है। पीडि़त छात्र ने इसकी शिकायत कुलपति से करते हुए आरोपित प्रोफेसर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
पीडि़त का कहना है कि वह सोमवार को विभाग में जेआरएफ से एसआरएफ बनने के लिए वाइवा देने गया था। उस समय विभाग के सीनियर प्रोफेसरों के अलावा कई शोध छात्र भी थे। वाइवा के लिए दूसरे विश्वविद्यालय से एक महिला एक्सटर्नल एक्सपर्ट को भी बुलाया गया था। वाइवा के बाद सभागार में उपस्थित सभी लोग जलपान कर रहे थे। इसी बीच पीडि़त छात्र अपनी मोबाइल से ग्रुप फोटो लेने लगा। उसका आरोप है कि फोटो खींचते देख वरिष्ठ प्रोफेसर भड़क गए और अपने प्लेट का जूठा समोसा उठाकर उसके ऊपर फेंक कर दे मारा और उसे जातिसूचक गालियां देने लगे। यह देख सभी लोग दंग रह गए। वरिष्ठ प्रोफेसर चिल्लाते हुए कहने लगे कि तुमको इतनी भी तमीज नहीं कि खाते समय फोटो खींच रहे हो। छात्र ने कुलपति को पत्र लिखकर इसे भावनाएं आहत करने वाली घटना बताया और अपने साथ हुए अभद्र व्यवहार के लिए वरिष्ठ प्रोफेसर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। शिकायती पत्र की कापी कुलसचिव, छात्र कल्याण अधिष्ठाता व सुरक्षाधिकारी को भी दिया। बताया कि इस घटना के बाद वह मानसिक रूप से काफी परेशान है।