वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में मानसून की दस्तक से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन आफत की आशंका लगातार बनी है। झमाझम बारिश होने पर लगभग पूरा शहर जलमग्न हो जाता है। ऐसी स्थिति में पानी के बीच गुजरना जान जोखिम में डालना हो सकता है। बारिश के चलते शहर में कब और कहां सड़क धंस जाए, यह कहना मुश्किल है। चार दिन पहले झमाझम बारिश हुई थी, जिसके चलते शहर में 22 जगहों पर सड़कें धंस गई थीं। यही नहीं बिदुमाधव वार्ड के दुर्गाघाट मोहल्ले में ब्रह्मचारिणी मंदिर के आसपास बारिश के चलते सीवर ओवरफ्लो होने से दर्जनभर मकानों में दरारें पड़ गई हैं। तीन-चार मकान धंस रहे हैं। हालांकि, जलकल ने इन भवनों में रहने वाले परिवारों को जल्द मकान खाली करने की एडवाइजरी जारी की है।
बारिश के चलते सड़कें धंसीं
पहली बारिश में ही शहर के प्रमुख इलाकों में 22 जगह सड़कें धंस गई हैं। इसमें भोजूबीर सब्जी मंडी, मीरापुर बसही, नवलपुर, पंचक्रोशी मार्ग, अर्दली बाजार, महावीर मंदिर, सोनारपुरा, हरिश्चंद्र, जवाहर नगर, शंकुलधारा, साकेत नगर, संकट मोचन, भेलूपुर, मंडुवाडीह, महमूरगंज, औरंगाबाद, लहंगपुरा, चेतगंज आदि एरिया शामिल हैं। सिगरा चौराहे से सिद्धगिरीबाग जाने वाले मार्ग पर चार जगहों पर सड़क धंस गई थी। कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गए। इससे सबसे ज्यादा परेशानी दोपहिया वाहन चालकों को हुई। इसके बाद रविवार को हुई बारिश के चलते मंडुवाडीह से ककरमत्ता मार्ग, बजरडीहा, जोल्हा, जक्खा, खोजवां, सोनिया, सिगरा, सिंधोरा, भोजूबीर मार्ग पर भी सड़कें धंस गई हैं। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने अधिकतर जगहों पर सड़कों को भर दिया है।
बारिश से मकानों में आई दरारें
गंगा किनारे बिदुमाधव वार्ड के दुर्गाघाट मोहल्ले में ब्रह्मचारिणी मंदिर के आसपास सीवर ओवरफ्लो के चलते दर्जनभर मकानों में दरारें पड़ गई हैं। तीन-चार मकान धंस रहे हैं। जलकल ने इन भवनों में रहने वाले परिवारों को जल्द मकान खाली करने की एडवाइजरी जारी की है। मौजूदा हालात से ज्यादातर परिवारों की चिता बढ़ गई है। कुछ परिवारों ने मकान खाली करना भी शुरू कर दिया है। जलकल के अनुसार कुछ मकानों में गहरी दरार पड़ गई है। आंगन में सीढिय़ों और अमीन में खाली स्थान भी बन गए हैं। इसके अलावा अस्सी, जद्दूमंडी, हनुमान फाटक, पीलीकोठी, कतुआपुरा, राजमंदिर, टेढ़ीनीम में भी कई मकानों में दरारें आ चुकी हैं।
जानमाल की सुरक्षा के मद्देनजर मकानों को खाली करने की एडवाइजरी की गई है।
-ओपी सिंह, सचिव, जलकल
भारी बारिश के चलते क्षेत्र में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिस हिसाब से शहर में सड़क धंसने की घटना बढ़ रही है, उससे लोगों का डरना स्वाभाविक है। ऐसी स्थिति में जलभराव वाले रास्ते पर जाने से बचना चाहिए।
- ताज्बर तुफैल, पार्षद
भीषण गर्मी की वजह से सड़कों के नीचे की परत पूरी तरह से सूख जाती है। नमी खत्म होने के कारण मिट्टी के रूप में मौजूद नीचे की परतों में गैप हो जाता है। अचानक भारी बारिश के चलते गैप में पानी भरने से मिट्टी गिली हो जाती है और सड़क धंस जाती है। इसके अलावा सड़क बनने के दौरान मानकों की अनदेखी की वजह से भी सड़क धंसने की घटनाएं होती हैं।
-सुग्रीव राम, रिटायर्ड एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी