वाराणसी (ब्यूरो)। रामनगर थाना क्षेत्र में व्यापारी से साढ़े 42 लाख रुपये की डकैती करने के मामले में फरार चल रहे बड़ागांव निवासी बीडीसी और 25 हजार के इनामी निलेश यादव ने मंगलवार को पुलिस को चकमा देते हुए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (पंचम) की कोर्ट में समर्पण कर दिया। अदालत ने आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया। पुलिस इस मामले में पहले ही एक दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय (तत्कालीन नदेसर पुलिस चौकी प्रभारी) समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है। सनसनीखेज मामले में आरोपित मुकेश दुबे उर्फ हनी व योगेश पाठक उर्फ सोनू अभी फरार चल रहे हैं। पुलिस इन दोनों आरोपित की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार का इनाम घोषित की है।
रामनगर थाना अंतर्गत भीटी के समीप स्थित नेशनल हाईवे पर 22 जून 2024 को बस को रोककर बदमाशों ने उसमें बैठे व्यापारी को पिस्टल डरा धमकाकर 42 लाख 50 हजार रुपये की डकैती डाली थी। बस में निची बाग निवासी सर्राफा कारोबारी जयपाल के दो कर्मी अभिषेक गुप्ता और धर्मेंद्र यादव 93 लाख रुपये लेकर कोलकाता जा रहे थे। बदमाश खुद को चंदौली क्राइम ब्रांच बताते हुए वारदात को अंजाम दिए थे। सर्राफा कारोबारी ने 24 जुलाई 2024 को भीटी चौकी के समीप स्थित बंदरगाह रोड पर छापेमारी कर घटना में शामिल नदेसर चौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडेय, विकास मिश्रा व अजय गुप्ता को गिरफ्तार किया था। तलाशी में उनके पास से लूट के 8.05 लाख रुपये भी बरामद हुए थे। पूछताछ में पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि इस घटना में उनके साथ निलेश यादव, मुकेश दुबे उर्फ हनी व योगेश पाठक उर्फ सोनू पाठक भी शामिल थे। जिसके बाद से पुलिस उन तीनों की तलाश में जुटी थी। इसी बीच निलेश पुलिस को चकमा देते हुए कोर्ट में समर्पण कर जेल चला गया।