वाराणसी (ब्यूरो)। Varanasi Crime News: पार्ट टाइम जाब और कम निवेश करके अच्छी कमाई करने के बहाने ठगी करने वाले एक साइबर ठग को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार ने बताया कि पकड़ा गया साइबर ठग हरदोई के घटकाना निवासी सुनील कुमार है। वह एचडीएफसी बैंक का कर्मचारी है। पुलिस को उसके पास से नगद रुपये व मोबाइल फोन मिला है। पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। पकड़े गए साइबर ठग से जानकारी मिली कि यह लोगों को मैसेज भेजने, डिजिटल काल करने के लिए एप का इस्तेमाल करते हैं। इनका आइपी एड्रेस चीन, ङ्क्षसगापुर, थाईलैंड, कंबोडिया व दुबई में जेनरेट होता है।
कंपनी का एचआर हेड बताया था
बीएचयू के सांख्यिकी विभाग के वरिष्ठ तकनीकी सहायक पद पर कार्यरत डा। राम सागर ने पुलिस को बताया कि उनके मोबाइल पर दिव्या गुप्ता नाम से मैसेज आया। वह खुद को डोयले डाने बर्नबाघ कंपनी का एचआर हेड बताया था। उसने कंपनी के प्रचार के लिए दिए जाने वाले टास्क को पूरा करने पर अच्छी कमाई की जानकारी दी। कई बार उसके दिए टास्क पूरा करने पर उन्हें रुपये भी मिले। फिर कंपनी के अन्य महिला कर्मचारियों ने निवेश करके अच्छी कमाई की जानकारी दी। उस पर भरोसा करके डा। रामसागर ने कई बार में दस लाख 93 हजार रुपये उनके बताए बैंक खातों में डाल दिए। इसके बाद उन्हें कोई रकम वापस नहीं मिली। इस पर उन्होंने बीते 20 फरवरी 2024 को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। साइबर ठग को गिरफ्तार करने वाली टीम में साइबर क्राइम थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्र, इंस्पेक्टर राकेश कुमार गौतम, राज किशोर पांडेय, हेड कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता आदि रहे।
लोन और उधार लेकर दिया था साइबर ठगों को रुपये
अच्छी कमाई के चक्कर में डा। राम सागर ने साइबर ठगों की बातों पर पूरी तरह से भरोसा किया। उनके कहने पर कई बार में उनके बताए बैंक खातों में रुपये डालते रहे। इसके लिए उन्होंने ढाई लाख रुपये की अपनी फिक्स डिपाजिट तुड़वाई, पांच लाख 60 हजार रुपये का बैंक से लोन लिया और ढाई लाख रुपये दोस्तों से कर्ज भी लिया है।