वाराणसी (ब्यूरो)। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने शनिवार को सर्किट हाउस में नमामि गंगे योजना की समीक्षा के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा में गिरने वाले सभी नालों को हर हाल में बंद करा दिए जाए ताकि दिसंबर तक गंगा स्वच्छ दिखने लगे। काशी में सीवरेज लाइन से वंचित इलाकों में नगर निगम सीवरेज बिछाने का कार्य शुरू करे। अधिकारी सीवरेज और ड्रेनेज की सभी कमियां तत्काल ठीक कराएं।
बैठक में नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के सचिव और जल निगम के प्रबंध निदेशक डा। राजशेखर भी मौजूद रहे। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि 2025 में महाकुंभ का आयोजन होगा। इसमें दुनियाभर से लोग प्रयागराज आएंगे। इसमें से बड़ी संख्या में लोग वाराणसी में भी आएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि प्रयागराज कुंभ में आए लोग वाराणसी पहुंचे तो उन्हें मां गंगा स्वच्छ व निर्मल दिखें ताकि उन्हें एक सुखद अनुभूति हो। इसलिए, गंगा की स्वच्छता के लिए दिसंबर तक डेडलाइन तय की गई है। इस अवधि में गंगा में गिरने वाले नाले हर हाल में बंद होने चाहिए।
सीवरेज कनेक्शन में देरी पर लगाई फटकार
अपर मुख्य सचिव ने अभी तक सभी घरों में सीवरेज कनेक्शन नहीं दिए जाने पर अधिकारियों को फटकार लगाई। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक शहर में सिर्फ 1.56 लाख हाउस होल्ड का सीवरेज कनेक्शन प्रदान है। वाराणसी में सात एसटीपी हैं, क्षमता 420 एमएलडी है। इसके अलावा 80 नालों में ओवर फ्लो की समस्या है। बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा कि कई इलाकों में अलग-अलग एजेंसियों ने पाइप लाइन बिछाई है, इसी वजह से दिक्कतें आ रही हैं। कहीं-कहीं पर सीवरेज का डिजाइन भी गलत तरीके से किया गया है। इन समस्याओं से निपटने के लिए नगर आयुक्त ने केंद्र से एजेंसी हायर करने के लिए कहा जो कार्य में निपुण हो। एजेंसी सबसे पहले सर्वे करके एक सही परियोजना बनाएं, इसके बाद इस पर कार्य शुरू हो। अपर मुख्य सचिव व सचिव ने सहमति जताई। बैठक में जिलाधिकारी एस। राजङ्क्षलगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।