वाराणसी (ब्यूरो)। सवा लाख फुट फाल वाला कैंट रेलवे स्टेशन सोमवार को अलग ही मिजाज में नजर आ रहा था। विभिन्न स्कूलों के 300 बच्चे, वरिष्ठ नागरिक देश की पहली 20 कोच वाली वंदे भारत में सफर करने को बेकरार नजर आ रहे थे। अधिकांश की टकटकी पलेटफार्म पर लगे विशाल आकार टीवी स्क्रीन पर थी। इसलिए कि प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाने के साथ उन्हें प्रयागराज के खुशनुमा सफर पर निकल जाना था। दोपहर बाद से ही मेले जैसा नजारा शाम में चार बजकर 20 मिनट पर प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाने के साथ ही चरम पर जा पहुंचा जब वंदे भारत आगे बढ़ी और बच्चे बाय-बाय बोलते हाथ हिलाते धीरे-धीरे दूर जाने लगे। खुशनुमा माहौल में प्लेटफार्म नंबर पर खड़े जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सामान्य यात्रियों ने बच्चों का हाथ हिलाते साथ दिया और आधुनिक जमाने की हाई स्पीड ट्रेन कुछ पल में नजरों से ओझल हो गई।
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वंदे भारत ट्रेन ने रेल परिवहन का लिखा नया अध्याय : अनिल राजभर
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रम मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि वंदे भारत ने रेल परिवहन का नया अध्याय लिखा है। यात्रियों को सुविधा और सुरक्षा देना रेलवे का नारा था, जो अब छोटे-छोटे स्टेशनों पर भी नजर आने लगा है।
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वैक्यूम प्रेशर न बनने से 20 मिनट खड़ी हुई ट्रेन
उद्घाटन स्पेशल रैक शाम 5.05 बजे माधो ङ्क्षसह स्टेशन पहुंचकर खड़ी हुई, जहां कुछ बच्चों को उतरना था। इसके बाद वंदे भारत चलने को हुई तो उसका वैक्यूम प्रेशर नहीं बन पाया, जिससे करीब 20 मिनट तक खड़ी रही। फाल्ट दूर करने के बाद शाम 5.25 बजे तक प्रस्थान हुई।