वाराणसी (ब्यूरो)। नगरीय विद्युत वितरण खंड षष्टम, सारनाथ के लेढ़ूपुर उपखंड कार्यालय से शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ने विद्युतकर्मी ब्रजेश कुमार को 10,000 रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। ब्रजेश श्रमिक के पद पर तैनात है और बाबूगिरी भी करता है। उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है।
भुलेटन थाना चौक निवासी कुलदीप बरनवाल ने सारनाथ स्थित सारंग तालाब में नैपकिन पेपर बनाने की यूनिट लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। बीते 11 जुलाई को उपखंड कार्यालय लेढ़ूपुर में पांच किलोवाट का बिजली कनेक्शन लेने के लिए आनलाइन आवेदन किया। आरोप है कि कंप्यूटर आपरेटर व बाबू का कार्य कर रहे कुरुहुआ रोहनिया निवासी ब्रजेश कुमार से मुलाकात हुई। ब्रजेश ने उनसे कहा कि दस्तावेज पूरे नहीं है। उनका आवेदन अवर अभियंता अनूप कुमार व राकेश यादव ने भी देखा। अनूप कुमार ने ब्रजेश से मिलकर समझ लेने की बात कही। उन्हें बताया कि 13,000 रुपये कनेक्शन शुल्क है लेकिन खंभे से दूरी अधिक होने की वजह से इस दर में कनेक्शन नहीं मिल सकेगा। दो पोल और तार अलग से लगाने का हवाला देते हुए 15,000 रुपये अलग से मांगे गए। अंत में 10,000 रुपये में बात तय हो गई।
कुलदीप ने की कंप्लेन
कुलदीप ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। टीम के प्रभारी नीरज ङ्क्षसह ने बताया कि गुरुवार दोपहर रंग लगे 10,000 रुपये कुलदीप को दिए। कुलदीप ने शुक्रवार को रुपये ब्रजेश कुमार को दिए। उसी समय टीम ने रंगे हाथों उसे पकड़ कर हाथ धुलाया तो पानी का रंग लाल हो गया। प्रभारी नीरज ङ्क्षसह ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। नगरीय विद्युत वितरण खंड षष्टम के अधिशासी अभियंता एके धर्मा ने बताया कि मामले की विभागीय जांच भी कराई जा रही है। इसके बाद कर्मचारी को निलंबित किया जाएगा।
जेई भी आ सकते हैं जांच के दायरे में
आरोप है कि जेई व अन्य अधिकारियों की शह पर ब्रजेश लोगों से घूस लेता था। आरोप है कि वह ऊपर तक इसकी राशि पहुंचाता था। जांच की दायरे में जेई भी आ सकते हैं।