वाराणसी (ब्यूरो)। गंगा के बढ़ते जलस्तर के चलते तट के लगभग सभी घाट डूब गए हैं। शवदाह करने तक की समस्या उत्पन्न हो गई है। घाटों से हटकर अब शवदाह गलियों में करने की स्थिति आ गई है तो आरती स्थल भी तीसरी बाद बदला गया है। सभी घाटों के बीच संपर्क पहले से ही भंग है। शुक्रवार के बाद से गंगा के जलस्तर में शुरू हुई वृद्धि तीन दिन में 2.06 मीटर तक पहुंच गई है। फिलहाल पांच सेमी प्रति घंटा के वेग से जलस्तर में वृद्धि जारी है। सोमवार की सुबह आठ से शाम के चार बजे तक आठ घंटों में जलस्तर में 43 सेमी की वृद्धि हुई है। केवल रविवार की सुबह आठ बजे से सोमवार को चार बजे तक 1.11 मीटर पानी बढ़ गया है। सोमवार की सुबह आठ बजे राजघाट पर गंगा का जलस्तर 65.34 मीटर रिकार्ड किया गया था जो शाम के चार बजे 65.77 मीटर पर पहुंच गया था। तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटवासियों में अफरा-तफरी का वातावरण है। सभी तरह की नावों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। दशाश्वमेध घाट सहित सभी घाटों पर गंगा आरती स्थलों को तीसरी बार पीछे हटाना पड़ा है क्योंकि गंगा का पानी सीढिय़ों तक ऊपर चढ़ आया है। जानकारों का कहना है कि यदि इसी गति से पानी बढ़ता रहा तो आरती छत पर करनी पड़ सकती है।