वाराणसी (ब्यूरो)। गिरता तापमान रविवार को खिली प्रखर धूप से थोड़ा संभला तो जरूर लेकिन बर्फीली पछुआ हवा की धीमी गति से ही सही वातावरण में उपस्थिति साए में गलन का भी आभास कराती रही। मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले चार दिनों के बाद पहुंच रहा एक पश्चिमी विक्षोभ धुंध और कोहरे के साथ तापमान को लुढ़का कर ठंड की तीव्रता में तेजी से बढ़त का कारण बन सकता है।
रविवार को सुबह हल्की धुंध के बाद खिली धूप दिन चढऩे के साथ प्रखर होती गई। परिणाम यह रहा कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान बीते 24 घंटों की अपेक्षा बढ़े जरूर मगर ग्रामीण क्षेत्रों में फिर भी औसत से नीचे ही रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 1.7 डिग्री बढ़कर 27.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से 0.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। न्यूनतम तापमान में बीते 24 घंटों की अपेक्षा 1.1 डिग्री की वृद्धि हुई और यह 12.3 डिग्री सेल्सियस पहुंचकर भी औसत से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा। शहरी क्षेत्र में अधिकतम तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई तो यह औसत से 1.8 डिग्री ऊपर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान में 1.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई तो यह औसत से 1.2 डिग्री अधिक 13.7 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा। इसके चलते धूप मनभावन लग रही थी लेकिन धूप से हटते ही वातावरण में व्याप्त 94 से 66 प्रतिशत आद्र्रता के साथ मिलकर पछ़ुआ की मौजूदगी गलन का आभास कराने लगती थी। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो। मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चार दिनों बाद एक पश्चिमी विक्षोभ इधर पहुंच सकता है, जिसकी वजह से धुंध और कोहरा बढ़ेगा तथा तापमान में थोड़़ी और तेजी से गिरावट होगी व ठंड बढ़ जाएगी लेकिन पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा।