- लखनऊ में बनारस के रहने वाले बजरंगी के करीबी की हत्या से मचा हड़कंप, पुलिस ने बनारस के एक शूटर समेत कई को किया नामजद - जमीनी विवाद या ठेकेदारी की टशन में हत्या का शक लखनऊ के गोमतीनगर में शुक्रवार को ठेकेदार और मुन्ना बजरंगी के करीबी मोहम्मद तारिक की हुई हत्या के बाद माफिया मुन्ना बजरंगी गिरोह में खलबली मची है। पुलिस हत्या की वजहों को तलाश रही है लेकिन कुछ लोगों को मानना है कि किसी बड़े टेंडर या फिर विवादित जमीन को लेकर हो रही पंचायत के विवाद में तारिक को मारा गया है। जिस तरह तारिक के हर मूवमेंट की बदमाशों को पहले से जानकारी थी उससे आशंका जतायी जा रही है कि किसी करीबी ने बदमाशों की मदद की है। फिलहाल पुलिस तारिक के मोबाइल की डिटेल को चेक कर रही है। वहीं शनिवार को परिवारवालों के अलावा करीबी लखनऊ से शव लेकर वाराणसी के लिए रवाना हो गए। साथ नहीं था असलहा कैसे हुआ पता? तारिक के बारे में करीबियों का कहना है कि वह असलहा साथ में रखता था। निकलता भी था तो किसी न किसी को बुला लेता था। रास्ते में किसी स्थान पर उसे पिक करना और वापसी में किसी दूसरे के संग भेज देना उसकी आदत में शामिल था। आने वाले को भी जानकारी नहीं रहती थी कि कहां जाना है और कब लौटना है। ऐसे में पहले से घेराबंदी कर इंतजार कर रहे हमलावरों को पता था कि तारिक के पास असलहा नहीं है और वह अकेले है.फिलहाल पुलिस के साथ बजरंगी गिरोह के लिए भी यह बड़ा सवाल बना है कि किसने तारिक के बारे में सटीक मुखबिरी की। नामजद में एक वाराणसी का भी शामिल जिस तरह तारिक मूल रूप से वाराणसी का रहने वाला था, उसी तरह हत्या में जिनकी नामजदगी की गयी है उनके तार भी पूर्वाचल से जुड़े हैं। खुद को तारिक की पत्नी बताने वाली ने रिटायर्ड सीओ जीएन सिंह, उनके बेटों प्रदीप सिंह के संग शूटर के रूप में राजा और सोनू को नामजद किया है। पुलिस के मुताबिक जीएन सिंह मूल रूप से गाजीपुर का रहने वाले हैं, जबकि संदिग्ध राजा रहने वाला तो बलिया का है लेकिन परिवार काफी समय से वाराणसी में रहता है।