वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस के कई रस हैं। एक रस वेलेंटाइन डे का भी दिखा। प्यार का बुखार शहर से लेकर सोशल मीडिया तक चढ़ा। सात दिन से परवान प्रेम की पींगें सातवें आसमान पर पहुंच गईं। घाट, पार्क और बाजार इजहार और इनकार की बहस के गवाह बने। पार्टनर, दोस्त और प्रिय को मैसेज भेजने का सिलसिला चलता रहा। गिफ्ट में जेब भी ढीली होती गई। धर्म-संस्कार के प्रति प्रेम आस्था रखने वालों का अंदाज जुदा दिखा.
चाय की चुस्की खास
वेलेंटाइन डे पर अस्सी घाट यूं तो गुलजार रहा मगर एक खास किस्म की चाय यहां चर्चित हुई। विजय ने वेलेंटाइन डे स्पेशल चाय पेश की। प्रेमी जोड़े को तुलसी और गुलाब वाली चाय पिलाकर प्यार की मिठास घोली। जैसे ही इस चाय की बात फैली तो कपल्स की भीड़ लगनी शुरू हो गई। इस चाय वाले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
बाबा दरबार में अर्जी
शादी हो गई या रिश्ता पक्का हो गया। बाबा विश्वनाथ से अखंड आशीर्वाद लेने के लिए भी जोड़े पहुंचे। बाबा के दर पर मत्था टेका और जीवन साथी के लिए अच्छे जीवन की कामना की। कहा जाता है कि भोलेनाथ ने देवी पार्वती को प्रेम का वह पाठ पढ़ाया, जो आज के समय में सुखी वैवाहिक जीवन की सीख देता है। शिव-पार्वती का वैवाहिक जीवन सच्चे प्रेम का प्रतीक जाता है।
मांगी मोहब्बत की सलामती
शहर के औरंगाबाद इलाके में आशिक-माशूक की मज़ार पर प्रेमी युगल मन्नत मांगने पहुंचे। 400 साल पुरानी यह मजार मोहब्बत की एक कहानी बयां करती है। यहां प्यार की सलामती के लिए मजार पर पहुंचकर हर उम्र के युगल सजदा करते हैं। इस बार भी मजार पर मोहब्ब के दीवानों का हुजूम नजर आया। यहां अपने महबूब और महबूबा के लिए दुआ की गई।
पोस्टर वालों से बचे
अस्सी घाट पर एक संगठन के कार्यकर्ता डंडा और चेतावनी के पोस्टर लेकर घूमते दिखाई दिए। पोस्टर में चेतावनी थी कि यदि वेलेंटाइन डे पर अश्लीलता फैलाई गई तो अंजाम भुगतना होगा। इन लोगों का कहना था कि यूथ वेस्टर्न कल्चर के चक्कर में अपनी संस्कृति भूल रहे हैं। कुछ स्थानों पर दूसरे संगठकनों ने वेलेंटाइन डे का पुतला भी फूंका.
सोशल मीडिया पर जलवा
शहर के साथ सोशल मीडिया भी वेलेंटाइन डे पर कमेंट, किस्सों और मीम्स से लबालब रहा। कोई प्रेमी युगल की हंसी उड़ा रहा था तो कोई सफल प्रेम कहानी के सूत्र बता रहा था। लव गुरु भी ज्ञान झाडऩे में किसी से पीछे नहीं रहे। सामने न बोल सके तो दिल की बात मैसेज के जरिए कह दी। न जाने कितने ब्रेकअप की फिल्म का दि एंड दिखा रहे थे। कई यूजर्स ने पुलवामा हमले को भी इस दिन से जोड़ा.
ये कमेंट्स व पोस्ट
- फेसबुक पर प्रदीप सिंह रघुवंशी ने पार्क की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा-वेलेंटाइन डे के शुभ अवसर पर रविदास पार्क में प्रेमियों के दर्शन पाने के लिए संघर्ष करते रहे भक्तगण.
- फेसबुक पर उमेश प्रधान ने पुलावामा आतंकी हमले की बरसी को जोड़ते डाली पोस्ट में लिखा-मोहब्बत के दिन फिजाओं में गूंजा था नफरत का बारूद.
- उमाशंकर अग्रहरि लिखते हैं-(मातृ भूमि-वैलेंटाइन प्रेम) - वतन पर मोहब्बत वो इस कदर लुटा गए, मोहब्बत के दिन वतन पर जान गवां गए
- ट्विटर पर जोगाराम गोदारा, स्वामी सिंह समेत कई लोग लिखते हैं वेलेंटाइन_डे मेरा जन्म काशी में ना हुआ होलेकिन मेरा मुकम्मल इश्क काशी वाराणसी ही है.
- शुभम सिंह ने एक दिन पहले ट्वीट किया कि राष्ट्रीय हिंदू दल की ओर से अश्लीलता फैलाने वालों को चेतावनी जारी की गई है.