वाराणसी (ब्यूरो)। बिहार के संजय खातून वाराणसी में एक बड़े हॉस्पिटल में अपना इलाज कराते हैं। ट्रेवल के दौरान ऑटो में एक साल तक की मेडिकल पर्चियां छूट गई थी। इसी तरह गाजीपुर जमानिया स्थित हिंदू पीजी कॉलेज के रवि उधान का बैग ऑटो में छूट गया था, उसमें 100 बच्चों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र थे। भदोही की नाजिया और स्नेहा ने बनारस में शादी का लहंगा खरीदा, लेकिन ट्रेवल के दौरान ऑटो में लहंगा छूट गया। ये सभी लोग सिगरा स्थित सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर पहुंचे और छूट गए सामान के बारे में जानकारी दी। वहां मौजूद पुलिस टीम ने शहर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से ऑटो वालों की पहचान कर इन सभी का सामान ढूंढ निकाला।
123 ऑटो की पहचान
डीजीपी के आदेश पर ऑपरेशन दृष्टि के तहत शहर से लेकर गांव की मुख्य सड़कों, चौराहों और गलियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। अभी तक 7 हजार से अधिक कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे कमाल कर रहे हैं। हालांकि अपराध को कंट्रोल करने के लिए लोगों की मदद से जगह-जगह कैमरे लग रहे हैं, लेकिन इन कैमरों की मदद से पुलिस आम लोगों के छूटे -छटके, भूले-भटके सामान भी दिलवा रही है। यहां बैठी पुलिस टीम ने जनवरी से लेकर अब तक कुल 123 ऑटो को सीसीटीवी कैमरों से पहचान कर, उनका पीछा कर लोगों के बैग ढूंढ़ कर दिए, इसमें मोबाइल, गहने, रुपए, लैपटॉप, महत्वपूर्ण कागजात से लेकर कपड़े, दवा की पर्चियां भी शामिल थीं।
बाहरियों की हुई मदद
सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर की मदद से जिन लोगों को मदद पहुंचाया गया है, उनमें अधिकतर बाहर के जिलों के हैं। पूर्वांचल ही नहीं, बिहार, मध्यप्रदेश, मुंबई समेत दूसरे शहरों के लोगों के लिए मददगार बनी है। श्री काशी विश्वनाथ में दर्शन, घाट पर गंगा आरती, सारनाथ घूमने के लिए हर दिन हजारों लोग वाराणसी आते हैं। एक अनुमान के मुताबिक बनारस में हर महीने एक करोड़ लोग आते हैं।
पकड़े कई अपराधी
शहर की यह तीसरी आंख अपराधियों की पहचान करने, उनको पकडऩे में मददगार साबित हो रहा है। अभी हाल ही में तीन अक्टूबर को सिगरा पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से बनारस स्टेशन से घर जा रही महिला का पर्स लूटने वाले अपराधी मासूम रजा को गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम ने 53 कैमरे खंगाले थे। बीते माह चोलापुर और शिवपुर के रिंग रोड पर गोली मारकर लूटकांड के आरोपितों को सीटी कमांड कंट्रोल सेंटर के जरिए ही पकड़ा गया। बड़ागांव ने साड़ी कारोबारी से लूट के आरोपित पकड़े गए तो कचहरी के पास एक प्रशासनिक अधिकारी से अभद्रता का आरोपित भी पहचाना गया। एसीपी भेलूपुर की सूचना पर छेड़छाड़ में ऑटो चालक पकड़ाया। कुल नौ लूट और छिनैती की घटनाओं में बदमाश पकड़े गए। तेलंगाना का एक गिरोह भी पकड़ाया, जो चलते वाहनों से उचक्कागीरी करता था। बिहार का एक गिरोह भी जेल में है, जो किसी भी कॉलोनी में घुसकर बंद मकान को मिनटों में खंगाल देता था.
शहर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे काफी मददगार साबित हो रहे हैं। बनारस आने वाले कई पर्यटकों के गुम सामान को ढूंढ निकाला गया है। इसके अलावा अपराधियों की पहचान में मदद हो रही है.
आरएस गौतम, डीसीपी काशी जोन