-सुपारी लेने वाले दो शूटरों को घटना को अंजाम देने से पहले एसटीएफ ने कैंटोनमेंट से किया गिरफ्तार
-जौनपुर जेल में बंद आगरा के बदमाश ने नैनी जेल में बंद शातिर से सम्पर्क कर दी थी सुपारी
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स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को मिली इंफार्मेशन के कारण जौनपुर जिला जेल के एक बंदी रक्षक की जान बच गई। जेल में निरुद्ध आगरा के एक अपराधी ने बंदी रक्षक की हत्या करने के लिए दो शार्प शूटर्स को सुपारी दी थी। घटना को अंजाम देने से पहले एसटीएफ बनारस ने बुधवार को कैंटोमेंट क्षेत्र स्थित एक लॉन के पास से हल्की मुठभेड़ के बाद दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से एक पिस्टल, एक रिवाल्वर, तीन कारतूस, एक खोखा व तीन मोबाइल फोन बरामद किया है। गिरफ्तार शूटर केराकत (जौनपुर) घुरहूपुर निवासी विजेंद्र कुमार सिंह व सुशील कुमार सिंह शामिल है।
एसटीएफ को कई दिनों से जेल में निरुद्ध अपराधियों पर अंकुश लगाने वाले जेलकर्मियों की हत्या की साजिश रचने की सूचनाएं मिल रही थी। इस मामले के खुलासे के लिए टीम लगी थी। इसी दौरान एसटीएफ को पता चला कि जौनपुर जेल में निरुद्ध आगरा का अपराधी धारा सिंह जेल के बंदी रक्षक हरिश्चंद्र राम की हत्या करने की साजिश रच रहा है। इसके लिए उसने नैनी जेल में निरुद्ध विनय सिंह उर्फ भइया के माध्यम से शूटरों का इंतजाम किया गया है। शूटरों ने मोबाइल फोन से धारा सिंह से संपर्क भी किया। इस बीच एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि बंदी रक्षक की हत्या की सुपारी लेने वाले दो शूटर पैसा लेने के लिए कैंटोनमेंट क्षेत्र के एक लॉन के पास खड़े हैं। हल्की मुठभेड़ में एसटीएफ ने दोनों को दबोच लिया।
जेल में आया था संपर्क में
पूछताछ में गिरफ्तार विजेंद्र उर्फ प्रिंस ने एसटीएफ को बताया कि वह वर्ष 2015 में नवंबर से दिसंबर तक हत्या के प्रयास के मामले में जेल में निरुद्ध था। इसी दौरान उसका संपर्क कुख्यात धारा सिंह से हो गया। जमानत पर छूटने के बाद भी वह संपर्क में रहा। जेल में बंदी रक्षक हरिश्चंद्र राम के अंकुश लगाने से धारा खिन्न था। इसीलिए उसने हत्या की साजिश रची। उनकी योजना 20 जून को ही बंदी रक्षक को ठिकाने लगाने की थी लेकिन कामयाबी नहीं मिली थी। दोनों को मैहर देवी जाना था। इसके लिए रुपये लेने आए थे। दोनों के खिलाफ जौनपुर में दो-दो संगीन मामले दर्ज हैं। एसटीएफ ने दोनों को कैंट थाने में दाखिल कराया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर विपिन राय, रणजीत राय, अमित श्रीवास्तव, पुनीत परिहार आदि शामिल थे।