वाराणसी (ब्यूरो)। मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन से जयपुर जाने के लिए बनवारी लाल, मनीष, शशांक, मोहित करीब साढ़े चार बजे वाराणसी कैंट रेलवे जंक्शन पहुंचे तो डिस्प्ले बोर्ड पर कैंसिल देखकर उनके होश उड़ गए। संदेह होने पर पूछताछ केंद्र पर जानकारी की तो पता चला कि टे्रन कैंसिल है। इसके बाद सभी निराश होकर लौट गए। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने पड़ताल की तो पता चला कि मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन कैंसिल नहीं, वह प्रतापगढ़ से अपने निर्धारित समय साढ़े आठ बजे चलेगी। वाराणसी जंक्शन की लापरवाही से चार ही नहीं, बल्कि सोमवार को कई यात्रियों की मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन छूट गई.
ट्रेनों के परिचालन पर खासा असर
कैंट स्टेशन की यार्ड रीमॉडलिंग का ट्रेनों के परिचालन पर खासा असर पड़ा है। इस दौरान रेलवे की लापरवाही के चलते यात्रियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को वाराणसी कैंट रेलवे जंक्शन ने हद कर दी। जो ट्रेन रनिंग में है, उसे भी डिस्प्ले बोर्ड पर कैंसिल दिखा दिया। पूछताछ केंद्र के पास लगे डिस्प्ले बोर्ड पर हावड़ा दून, सारनाथ, कोटा एक्सप्रेस, अर्चना एक्स। डीएनआर स्पेशल एक्स., हावड़ा मेल और मरुधर एक्स। को कैंसिल दिखाया गया, जिसमें मरुधर एक्स। कैंसिल नहीं थी। डिस्प्ले बोर्ड पर कैंसिल देखकर कई यात्री स्टेशन से ही लौट गए, लेकिन कई यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट कराया था, जिसमें कैंसिल नहीं बता रहा था। संदेह होने पर पूछताछ केंद्र से जानकारी मांगी तो वहां भी गलत सूचना दी जा रही थी। भ्रम की स्थिति पैदा होने पर बड़ी संख्या में यात्रियों ने प्रतापगढ़ का रुख नहीं किया.
निर्धारित समय पर चल दी ट्रेन
कैंट स्टेशन पर यार्ड रीमॉडलिंग के चलते 11 सितंबर से मरुधर एक्सप्रेस प्रतापगढ़ से चल रही है। वह प्रतिदिन अपने निर्धारित समय साढ़े आठ बजे प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन से चल रही है। सोमवार को वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर मरुधर एक्सप्रेस को कैंसिल बताया गया। बावजूद इसके ट्रेन अपने निर्धारित समय से जयपुर के लिए चल दी। कैंसिल होने की गलत सूचना के चलते ट्रेन की कई बोगियों में यात्रियों की संख्या कम दिखी.
सूचना पट्ट में तीन दिन पुरानी जानकारी
ट्रेन कैंसिल होने की जानकारी ही नहीं, बल्कि वाराणसी कैंट रेलवे ने पूछताछ केंद्र के अंदर मौजूद सूचना बोर्ड पर सोमवार को ट्रेनों की अपडेट सूचना नहीं दी थी। सोमवार की जगह शुक्रवार के दिन की ट्रेनों की जानकारी दे रखी थी। इसे भी देखकर कई यात्रियों के अंदर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। यही नहीं कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर यात्रियों की सुविधा के लिए लोहता के लिए ई बस चलाने की बात कही थी, लेकिन सोमवार को वह भी नहीं दिख रही थी। इसके चलते यात्रियों को प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ा.
कई रूटों पर बसों का सहारा
यार्ड रीमॉडलिंग के चलते पहले ही 32 जोड़ी ट्रेनों का निरस्तीकरण, तीन दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का रूट डायवर्जन और ओरिजिनेटिंग स्टेशन बदला जा चुका है। इससे शक्तिनगर, सिंगरौली, रांची और रात में लखनऊ जाने के लिए ट्रेनें नहीं हैं। उन रूटों पर बसें सहारा बनी हैं.
चार दिन के लिए सात जोड़ी ट्रेनें निरस्त
रेलवे ने अलग-अलग तिथियों में सात जोड़ी ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। वहीं, राजधानी, कामायनी व बुंदेलखंड एक्सप्रेस के रूट बदले गए हैं। उत्तर रेलवे की अधिसूचना के अनुसार कोलकाता-अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-12357-58), हावड़ा-बीकानेर साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-12371-72) दो से 12 अ1तूबर, बनारस-देहरादून जनता एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-15119-20), बनारस-नई दिल्ली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-15127-28) व बनारस-आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-22541-42) दो से छह अ1तूबर और बनारस-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-15107-08) व बनारस-प्रतापगढ़ स्पेशल एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-05117-18) तीन से छह अक्तूबर तक रद्द की गई हैं.
किसी स्टाफ की गलती से डिस्प्ले बोर्ड पर मरुधर एक्सप्रेस को कैंसिल दिखा दिया गया। इस मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वैसे ट्रेन अपने निर्धारित समय से प्रतापगढ़ से चल रही है.
गौरव दीक्षित, स्टेशन डायरेक्टर, कैंट