वाराणसी (ब्यूरो)। चेतगंज निवासी सतीश गुप्ता को बीएचयू में ऑपरेशन के लिए 10 बजे बुलाया गया था, लेकिन जाम के चलते वह पौने 11 बजे पहुंचे। मनोज चौबे, संतोष अग्रहरि, राजीव अग्रवाल समेत ऐसे लोगों की संख्या हजारों में है, जो जाम की वजह से तय समय पर गंतव्य स्थान पर नहीं पहुंच पाते। शहर में सुबह और शाम जाम तो आम बात थी, लेकिन बारात की वजह से अब रात को भी जाम की स्थिति पैदा हो रही है। जाम में आमजन ही नहीं, अक्सर वीआईपी भी फंसते हैं। शहर में 22 जगह हैं, जहां अक्सर जाम लगता है। ट्रैफिक पुलिस ने जाम लगने वाले चौराहों व सड़कों की सूची तैयार की है। जाम की वजह को तलाश करने के बाद संबंधित विभागों की मदद से उसे दूर किया जाएगा। इसके साथ ही बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नल फिर चालू किए जाएंगे।
बंद सिग्नल लाइट होंगी चालू
शहर में सुगम यातायात के लिए जाम लगने के स्थान की सूची तैयार है। इनमें राजघाट, ककरमत्ता, सूजाबाद, डीएलडब्ल्यू के साथ प्रमुख चौराहे, मैदागिन, मंडुवाडीह, रथयात्रा, सिगरा, गुरुबाग, पांडेयपुर, भोजूबीर, विशेश्वरगंज, लंका, रथयात्रा, गोदौलिया समेत 22 स्थान व चौराहे हैं। इन जगहों पर जाम की वजह को तलाशा जा रहा है। इसके बाद नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग समेत अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करके उन वजहों को दूर किया जाएगा और सुगम यातायात का इंतजाम किया जाएगा.
20 अधिकृत स्टैंड
सुगम यातायात के साथ ही सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा। इसमें भिखारीपुर, चांदपुर, मुढ़ैला, रविंद्रपुरी कालोनी चौराहे पर लगे सिग्नल लाइट अक्रियाशील हैं, जिन्हेंफिर से चालू किया जाएगा। पूर्व में जो अवैध स्टैंड चिन्हित है, उन पर भी नजर रखी जाएगी। पूर्व में चौकाघाट लकड़ी मंडी से गाजीपुर की कैंट से आजमगढ़ की बसों का ठहराव खत्म किया गया है। नगर निगम की ओर से अधिकृत स्टैंड मात्र 20 हैं। इसके अलावा दो पहिया और चार पहिया के लिए 11 स्टैंड अधिकृत हैं। बावजूद इसके शहर में अवैध स्टैंड की भरमार है। ई-रिक्शा और ऑटो वालों की लापरवाही से ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होती है.
फैक्ट फाइल
- 150 चौराहे, तिराहे हैं, जहां से वाहनों का आवागमन होता है.
- 70 स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती रहती है.
- 21 चौराहों पर सिग्नल लाइट लगाई गई है.
- 22 स्थान पर जाम की समस्या ज्यादा होती है.
- 4 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट खराब है.
जाम लगने की वजहों को तलाश करके उन्हें दूर किया जाएगा। यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों को जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही चालान की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। गलत स्थान पार्किंग रोकने के लिए क्रेन के जरिए वाहनों का हटवाया जाएगा.
हृदेश कुमार, डीसीपी, ट्रैफिक