वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में पिछले एक सप्ताह से चल रहे तहखाना मुद्दे को लेकर टेंशन से टूरिज्म सेक्टर पर असर पडऩे लगा है। घाटा किनारे लॉज, होटल्स रूम की बुकिंग जहां कैंसिल हुए हैं वहीं शहर में डोमेस्टिक टूरिस्ट की संख्या भी 20 परसेंट तक घट गयी है। विश्वनाथ धाम से दर्शनार्थियों ने भी दूरी बना ली है। दर्शन के लिए जद्दोजहद करना पड़ता था वहीं इन दिनों आराम से लोग बाबा का दर्शन कर रहे हंै.
होटल की बुकिंग कैंसल
फारेनर्स तो सिटी में कम आ रहे हैैं, अब डोमेस्टिक टूरिस्ट की संख्या आधी हो गयी है। महाराष्ट्र, साउथ, राजस्थान समेत कई राज्यों से लोगों ने काशी और अयोध्या भ्रमण के लिए होटल्स में रूम की बुकिंग करा रखे थे उन लोगों ने कैंसल करा दिया है। पिछले एक हफ्ते में 1 हजार डोमेस्टिक टूरिस्टों ने रूम की बुकिंग कैंसिल कराई है। मठ, मंदिरों और घाट किनारे लॉज और होटल्स में टूरिस्टों की संख्या कम नजर आ रही है।
मार्केट में बंदी का नजारा
तहखाना मुद्दे को लेकर मार्केट में भी दो दिनों से बंदी का नजारा दिख रहा है। मार्केट में अधिकतर दुकानें बंद होने से डोमेस्टिक टूरिस्ट खरीदारी के लिए आते थे वह नहीं आ रहे है। घाट किनारे, मठ और मंदिरों में साउथ के लोगों का हुजूम रहता था वह पिछले तीन चार दिनों से कम ही दिखाई दे रहे है.
टूरिस्टों से खचाखच रहता था मार्केट
साउथ, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत कई राज्यों के टूरिस्टों की भीड़ गोदौलिया, लक्सा, दशाश्वमेध, दालमंडी, विश्वनाथ गली मार्केट खचाखच रहता था। इन दिनों खाली चल रहा है। जबकि आम दिनों में दशाश्वमेध, गोदौलिया मार्केट डोमेस्टिक टूरिस्टों से भरा रहता था। दशाश्वमेध में सायंकाल गंगा आरती देखने वालों की भीड़ नजर आ रही है.
टेंशन बरकरार रहा तो कम हो जाएगी टूरिस्टों की संख्या
वाराणसी टूरिज्म गिल्ड के पदाधिकारी प्रवीण मेहता कहना है कि तहखाना मुद्दे को लेकर शहर में ऐसे ही टेंशन बरकरार रहा तो टूरिस्टों का फ्लो बना है वह कम जो जाएगा। ऐसे भी वर्तमान में ज्यादातर टूरिस्टों का फ्लो अयोध्या की ओर बढ़ गया है। जो टूरिस्ट आ रहे है वह काशी में आने के बाद सीधे अयोध्या जा रहा है।
टूरिस्ट मार्केट पर असर
टूरिस्टों की संख्या कम होने से टूरिज्म मार्केट पर काफी असर पड़ा है। साड़ी, बर्तन, रुद्राक्ष माला, कार की बुकिंग, बोट की बुकिंग पर असर पड़ा है। आम दिनों में ट्रेवेल्स संचालकों के यहां कार की बुकिंग के लिए मारामारी रहती थी वहीं इन दिनों कम बुकिंग के लिए इन्क्वायरी आ रही है। यही हाल नाविकों के यहां देखने को मिल रहा है। उनके यहां भी बोट की बुकिंग कम हो गयी है.
रूम हो गए खाली
टूरिज्म सेक्टर से जुड़े पंकज अग्रवाल का कहना है कि फरवरी माह में होटल, लॉज के कमरों के लिए मारामारी की स्थिति रहती थी वही इन दिनों कई होटलों में रूम खाली पड़े है। सोशल मीडिया और चैनल पर शहर का सिनेरियो वायरल हो जाने के कारण लोग अब फोन से हालात के बारे में जानकारी ले रहे है। बुकिंग नहीं करा रहे है। यही स्थिति रही तो आगे और टूरिज्म सेक्टर अफेक्टेड होगा.
वर्ष 2019 में फारेनर्स टूरिस्टों का जो फ्लो शहर में था, ऐसा फ्लो अब देखने को नहीं मिलता है। डोमेस्टिक टूरिस्ट भी अब डायवर्ट हो रहे हंै.
अमित कुमार गुप्ता, टूरिज्म अधिकारी
शहर में तहखाना मुद्दे को लेकर जो तनाव चल रहा है, इसका असर टूरिज्म पर पडऩे लगा है। 15 से 20 परसेंट लोगों ने बुकिंग कैंसिल कराई है.
गोकुल शर्मा, अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन
सोशल मीडिया और न्यूज चैनल पर वायरल होने से देश-विदेश में रहने वाले फोन से ही शहर के हालात के बारे में जानकारी ले रहे हंै। बुकिंग कोई नहीं करा रहा.
पंकज कुमार, ट्रेवेल्स संचालक
शहर में इसी तरह तनाव बरकरार रहा तो आगे और भी टूरिज्म सेक्टर पर असर पड़ेगा। काशी में टूरिज्म सेक्टर काफी बूम पर था.
प्रवीण मेहता, पदाधिकारी, वाराणसी टूरिज्म गिल्ड