वाराणसी (ब्यूरो)कालोनियों में उत्पात मचा रहे बंदरों को पकडऩे के लिए मथुरा की टीम आ चुकी हैबंदरों के झुंड से कालोनी इतना अधिक परेशान है कि डर के मारे कई परिवार छतों पर सोना तो दूर सामान रखना भूल गया हैलोगों को काटने के साथ ही सामान भी नुकसान कर रहे हैंकई बंदर तो ऐसे हैं कि देखते ही काट ले रहे हैंकई ऐसे हैं कि छतों, बरामदों में लगी पाइप को पकड़कर गुलाटी ही मारते रहते हैंऐसे उत्पाती बंदरों की शिकायत इतनी अधिक बढ़ गयी है कि नगर निगम में पिछले एक हफ्ते में 60 कंप्लेन सिर्फ बंदरों के आए हैैंबंदरों को पकडऩे के लिए केला और मूंगफली का दाना भी देने पर पकड़ में नहीं आ रहे हैैं.

22 कालोनियों में बंदरों का कब्जा

बंदरों का उत्पात इतना अधिक बढ़ गया है कि कालोनीवासी तो परेशान हैं ही, साथ ही इतना अधिक नगर निगम में कम्प्लेन आ रहा है कि निगम के अधिकारी भी परेशान हो गए हंैइससे आजिज आकर नगर निगम को मथुरा से बंदरों को पकडऩे के लिए टीम बुलानी पड़ीनगर निगम के पास जितने भी शिकायत आए हंै इनमें कालोनी की संख्या सबसे अधिक हैइनमें लंका, सामनेघाट, सुंदरपुर, डीएलडब्ल्यू, साकेतनगर, पांडेयपुर, प्रेमचन्द नगर, रविशंकरपुर, चंद्रानगर, शिवपुरवा, निरालानगर, बड़ी गैबी, रामकटोरा, नाटी इमली, काली महाल, मोढ़ैला, गंगानगर कालोनी, काशीपुरा, चौसठवा, कॉटनमील समेत कई ऐसी कालोनियां हैैं, जहां बंदरों का कब्जा है

अप्रैल में 501 बंदर पकड़े

शहर की कालोनियों में बंदरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम ने मथुरा से टीम को बुलाया हैटीम के कर्मचारी आते ही बंदरों को पकडऩा शुरू कर दिए हैंफिलहाल नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि चार-पांच महीने से बंदरों का इतना अधिक उत्पात बढ़ गया है कि आए दिन बंदरों की शिकायत आ रही हैअप्रैल माह में करीब 501 बंदरों को पकड़कर चकिया में छोड़ा गया थाअब बंदरों को पकडऩे के लिए अभियान तेज कर दिया गया है.

एक हफ्ते में 60 कंप्लेन

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस समय नगर निगम के करीब एक दर्जन टीम को सिर्फ बंदरों को पकडऩे में लगा दिया गया हैजहां से भी शिकायत आ रही है वहां तुरंत टीम को भेजा जा रहा हैटीम में मथुरा के भी लोग शामिल हंैकालोनी को बंदरों से मुक्त करने के लिए टीम हमेशा नजर भी रख रही हैविभाग में जहां से फोन आ रहा है, वहां टीम पहुंच रही हैएक हफ्ते में 60 शिकायत आ चुकी हैइनमें से 30 का निस्तारण किया जा चुका हैजिन कालोनी में टीम नहीं जा सकी है वहां भी इसी हफ्ते में भेजा जाएगा

टीम को देखते ही भाग जा रहे बंदर

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि बंदर इतना अधिक चतुर हो गए हंै कि टीम को देखते ही भाग जा रहे हैंउनको पकडऩे के लिए कालोनी छतों पर जाना पड़ रहा हैकेला, मूंगफली का लालच देने के बाद भी कई बंदर नहीं आ रहे हैंजो आ रहे उन्हें पकड़ लिया जा रहा हैकई तो पेड़ पर चढऩे के बाद नीचे ही नहीं उतर रहे हैंकई बंदर तो लोगों के रूम में घुस जा रहे हंैभगाने पर उन्हें काटने के लिए दौड़ा ले रहे हैं.

बंदरों का उत्पात काफी बढ़ गया हैएक हफ्ते के अंदर 60 शिकायत आ चुकी हैइनमें सबसे अधिक शिकायत कालोनीवासियों की हैबंदरों को पकडऩे के लिए टीम को लगा दिया गया हैकई बंदर को पकड़ा भी गया है.

अजय प्रताप सिंह, पशु चिकित्सा अधिकारी