वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम चुनाव में इस बार बहुत कुछ नया होगा। 1950 से स्थापित नगर पालिका परिषद रामनगर इतिहास के पन्नों में अंकित हो गया है। दो साल में ही सूजाबाद नगर पंचायत आबाद होने से पहले खत्म कर दिया गया। मिनी सदन में पार्षदों की संख्या अब पूरे 100 हो जाएगी। वार्डों का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। नगरीय सीमा क्षेत्र रामनगर, सूजाबाद, भुल्लनपुर, अखरी बाईपास, बड़ालालपुर, लेढूपुर, फुलवरिया, डाफी, सुसवाही तक फैल गया है। कई वार्डों को नया नाम दे दिया गया है। यही नहीं, बल्कि पोलिंग सेंटर, बूथ और वोटर की संख्या भी बढ़ गई है.
अब इन्हें रामनगर से नहीं जाना जाएगा
रामनगर तो वैसे काशी नरेश, पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री, विश्व प्रसिद्ध रामलीला के साथ पालिका परिषद के साथ तमाम चीजों को लेकर जाना जाता है, लेकिन नगर पालिका परिषद खत्म होने से अब इन चीजों के आगे से रामनगर हट जाएगा। 1950 से स्थापित नगर पालिका परिषद रामनगर को राजनीति की वजह से नगर निगम में विलय किया गया है। रामनगर में एक चेयरमैन के साथ 25 पार्षद चुनकर आते थे, लेकिन अब मात्र तीन पार्षद ही होंगे।
एक नजर में रामनगर पालिका
25 वार्ड, पांच मनोनीत को मिलाकर 30 सभासद
02 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली है पालिका.
1939 में नगर पंचायत बना तत्पश्चात 11 नवंबर 1950 में पालिका का हुआ गठन.
- 97 हजार आबादी है नगर पालिका की
- 60 हजार से अधिक मतदाता हैं रामनगर क्षेत्र में
- 08 हजार भवन स्थित हैं पूरे दायरे में
बनने से पहले ही खत्म हो गया
गंगा इस पार स्थित सूजाबाद व डोमरी गांव को जोड़कर वर्ष 2020 में 20 दिसंबर को नगर पालिका का दर्जा दिया गया था। अभी नवसृजित पालिका के विकास सहित अफसरों व कर्मचारी के कार्यालय को बनाने की तैयारी चल ही रही थी। इसी बीच अब पंचायत को नगर निगम में विलय कर दिया गया है। यानी बनने से पहले ही खत्म हो गया.
20 दिसंबर 2022 को सूजाबाद नगर पंचायत का गठन हुआ था
- 29,700 लगभग आबादी थी
- 21300 लगभग वोटर थे
-1.5 वर्ग किलोमीटर में फैला था सूजाबाद
-15 वार्ड थे सूजाबाद में
-3240 भवन की संख्या थी
नगरीय सीमा का क्षेत्र बढ़ा
वाराणसी नगरीय सीमा का विस्तार किया गया है। शहर में 87 गांव जोड़े गए हैं। पहले नगर निगम में 90 वार्ड होते थे। कई वार्डों का क्षेत्रफल बढ़ाकर 80 वार्ड कर दिया गया। इसके बाद 87 गांवों को मिलकर 20 नए वार्ड बना दिए गए। इस प्रकार नगर निगम में वार्डों की संख्या 90 से बढ़कर 100 हो गई है। इस बार मिनी सदन में 100 पार्षद पहुुंचेंगे.