वाराणसी (ब्यूरो)। इस बार गर्मी में पावर क्राइसिस की समस्या नहीं होगी। बिजली ट्रिपिंग से लेकर लाइन लॉस को मेंटेनेंस करने के लिए बिजली डिपार्टमेंट ने 700 मैन पावर को तैनात किया है, जो इन समस्या को दूर करने में जुट गए हैं। यही नहीं बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रखरखाव कार्य और नए ट्रांसफॉर्मर, ग्रिड, एलटी लाइन और फीडर की स्थापना और मेंटेनेंस कार्य को शुरू कर दिया है। अप्रैल के एंड तक पेड़ों की छंटाई और रखरखाव का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
बढ़ेगी खपत
बिजली विभाग के अधिकारी के अनुसार इस बार गर्मी में अधिकतम बिजली की मांग 800 मेगावाट को पार करने का अनुमान है। वर्तमान में 600 मेगावाट की खपत प्रतिदिन हो रही है। वाराणसी और उसके आसपास के कुछ इलाकों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति करने के लिए बिजली विभाग ने कमर कस ली है.
हर जिले में 20 करोड़ का कार्य
गर्मी में आम पब्लिक को निर्बाध रूप से बिजली मिले, इसके लिए पूर्वांचल के 22 जिले के 32 सर्किल डिस्काम में अनुरक्षण माह के तहत निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए कार्य कराया जा रहा है। अनुरक्षण माह अक्टूबर 2023 से चलाया जा रहा है.
ट्रांसफामर्र से लेकर तार को बदला
20 करोड़ की लागत से बिजली का पैनल, सब स्टेशन से 11 केवी लाइन का निर्माण, अंडरग्राउंड केबिल डालना, जर्जर तारों को बदला गया है। इसके अलावा ट्रांसफार्मर की क्षमता को बढ़ाया जाना है। इनमें 10 किलोवाट एम्पीयर के ट्रांसफार्मर को 25 केवीए करना। 25 केवीए को 63 केवीए, 63 केवीए से 100 केवीए, 250 से 400 केवीए करने का कार्य किया जा रहा है। जहां ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने में दिक्कत हो रही है, वहां पर उतने की केवीए का नया ट्रांसफार्मर पैरेलल लगाने का कार्य किया जा रहा है.
लोकल फॉल्ट दूर करना
मई, जून और जुलाई के महीने में आम पब्लिक को निर्बाध रूप से बिजली मिले, इसके लिए लोकल फॉल्ट के दूर करना बिजली विभाग का मेन लक्ष्य है। इसके लिए बिजली विभाग के कर्मचारी ट्रांसफार्मर को रिग्रुपिंग करना, तार टूट कर गिरना, तार का जल जाना, ट्रांसफार्मर जल जाना जैसी समस्याओं को दूर करने में लगे हैं। इसके लिए 700 नए बिजली कर्मियों से कार्य कराया जा रहा है। सभी कर्मचारी धरातल स्तर पर फाल्ट को सुधार रहे हैैं.
रखें जाएंगे अतिरिक्त कर्मी
तापमान व मौसम की स्थिति के आधार पर इस वर्ष औसत अधिकतम मांग के लिए अनुमानित बिजली की आवश्यकता 800 मेगावाट से अधिक होगी। पिछले वर्ष गर्मियों के दौरान बिजली की मांग 700 मेगावाट थी। सबस्टेशन, तार, ट्रांसफार्मर को मेंटनेंस के लिए कार्यपालक अभियंता, फील्ड इंजीनियर, लाइन मैन व मेंटेनेस रिपेयर टीम के सदस्य सहित कुल मिलाकर 3300 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। मई, जून में डिमांड को देखते हुए और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी।
20 करोड़ से कार्य
-बिजली का पैनल बदलना
-सब स्टेशन से 11 केवी लाइन का निर्माण
-अंडरग्राउंड केबिल डालना
-जर्जर तारों को बदलना
-ट्रांसफार्मर की क्षमता को बढ़ाना
-ट्रांसफार्मर को रिग्रुपिंग करना
जनपद के मंडल
नगरीय विद्युत वितरण मंडल प्रथम सिगरा वाराणसी
नगरीय विद्युत वितरण मंडल द्वितीय सिगरा, वाराणसी
विद्युत वितरण मंडल भिखारीपुर वाराणसी तीसरा रुरल सर्किल है.
सिटी में तारों को बदलवाने और ट्रांसफार्मर को मेंटनेंस का कार्य चल रहा है। जहां-जहां दिक्कत है उसे दूर किया जा रहा है.
अरविंद कुमार सिंघल, मुख्य अभियंता, जोन प्रथम
इस बार गर्मी में 800 मेगावाट से अधिक बिजली मिले, इसके लिए कार्य किया जा रहा है। खासकर तार न जले और ट्रांसफार्मर न खराब हो.
विजय राज सिंह, एसई, ईडीसी, वाराणसी
गर्मी में आम पब्लिक को बिजली के लिए परेशान न होना पड़े, इसके लिए तारों से लेकर ट्रांसफार्मर को मेंटनेंस करने का कार्य किया जा रहा है.
वेद प्रकाश राय, एग्जीक्युटिव असिस्टेंट, बिजली विभाग