वाराणसी (ब्यूरो)। काशीवासियों के लिए राहत भरी खबर है। पब्लिक को आने वाले दिनों में बनारस में लटकते तारों के जंजाल से ही नहीं, बल्कि ट्रांसफार्मर, लाइन ट्रिपिंग, लो वोल्टेज, तार टूटने और अघोषित कटौती जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। पिछले एक साल से यहां बिजली व्यवस्था को सुधार को लेकर तमाम तरह के कार्य चले रहे हैं, फिर भी खामियों का अंत नहीं हो पा रहा, लेकिन अब इस तरह की कोई समस्या नहीं रह पाएगी। क्योंकि बनारस की बिजली व्यवस्था लोकल नहीं वल्र्ड लेवल की होगी। केंद्र सरकार ने 1314 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। इसमें शहरी क्षेत्र के लिए 1040 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। पूरी परियोजना उद्योगों और व्यापार सहित सभी क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है।
नहीं होगी लो वोल्टेज की प्रॉब्लम
शहर के उपभोक्ताओं को हर साल की तरह इस बार गर्मी में लो वोल्टेज की समस्या नहीं होगी। पूर्वांचल-डिस्काम प्रशासन ने केन्द्र सरकार से स्वीकृत 1040 करोड़ का मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। बनारस को नो-ट्रिपिंग जोन बनाने को लेकर भी प्लानिंग है। अधिकारियों का कहना हैं कि शहर की बिजली व्यवस्था विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में काम हो रहा है। काम तेजी से हो। इसके लिए सात प्रकार के टेंडर विभाग ने जारी कर दिए हैं।
फिलहाल इस पर हो रहा है काम
बिजली विभाग के अफसरों का दावा है कि कुछ सप्ताह में उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। विभाग की ओर से अंडरग्राउड केबलिंग से शहर तार मुक्त करने के साथ ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने का काम किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि 450 करोड़ की बिजली योजना का बनारस में काम पहले से किया जा रहा है। सभी काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। भगवानपुर, लंका, सामने घाट, अस्सी, रविन्द्रपुरी, सुंदरपुर, दुर्गाकुंड, लहरतारा, कैंट, ककरमत्ता, मंडुआडीह, बूज इन्क्लेव, लक्सा, गोदौलिया समेत शहर के करीब-करीब हर क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबलिंग और अन्य व्यवस्थाओं पर काम हो रहा है।
इन नंबरों पर करें कंप्लेन
- 1912 टोल फ्री नंबर
- 9450963543, 9450963568
बनारस में निर्बाध और ट्रिपिंग फ्री पावर सप्लाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस परियोजना को भारत सरकार द्वारा अंतिम रूप देते हुए मंजूरी दे दी गई है। इस रकम से सिटी की बिजली व्यवस्था वल्र्ड क्लास की बनाई जाएगी।
शंभू कुमार, एमडी, पीवीवीएनएल
आम तौर पर गर्मी में बिजली खपत डबल हो जाती है। बिजली चोरी रोकने के लिए आर्मर्ड और एबीसी केबल लगाने का काम किया जा रहा है। गर्मी आने से पहले यह काम पूरा करा लिया जाएगा।
एके सिंघल, चीफ इंजीनियर, वाराणसी जोन फस्र्ट