वाराणसी (ब्यूरो)। विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली का दीदार करने के लिए पूरी दुनिया काशी आना चाहती है। यही वजह है कि हर साल बनारस में भीड़ बढ़ रही है। भीड़ को देखते हुए अभी से तैयारी शुरू हो गई है। काशी में 88 घाट होने के बावजूद रविदास घाट से लेकर आगे तक के कच्चे घाटों को पक्का किया जाएगा। इसके लिए पीएमओ की पहल पर बृहद कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसमें कच्चे घाटों को पक्का करने के साथ पर्यटकों के लिहाज से खूबसूरत बनाया जाएगा। यह सब कुछ दीपावली से पहले करने की प्लानिंग है, ताकि छठ और देव दीपावली के दिन घाटों पर आने वाली भीड़ को डायवर्ट किया जा सके। साथ ही जल परिवहन के लिए भी इसे इस्तेमाल किया जाएगा.
प्रमुख सचिव ने किया था दौरा
गंगा में जल परिवहन का प्रमुख केंद्र बन चुके घाट पर बढ़ रही यात्रियों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए उसके आगे के कच्चे घाटों को विकसित किया जाएगा। पिछले दिनों पीएम के प्रमुख सचिव डॉ। पीके मिश्रा ने रविदास घाट का दौरा किया था और यहां की विकास की संभावनाओं पर चर्चा भी की थी। दरअसल रविदास घाट को पूर्ण रूप से विकसित करने की योजना बन चुकी है। मगर, वाराणसी में जल परिवहन के बढ़ते क्रेज को देखते के पास के करीब तीन से चार घाट को पक्का कर जल परिवहन के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन कच्चे घाटों को पक्का करने और यहां सुवासित करने के लिए विभाग को गोल बनाकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगा.
पुराने घाटों पर कम होगा दबाव
काशी विश्वनाथ धाम के नये स्वरूप के लोकार्पण के बाद वाराणसी में सैलानियों की संख्या में कई गुना का इजाफा हो गया है। काशी आने वाले पर्यटकों का पसंदीदा ठिकाना गंगा घाट भी होते हैं। वर्तमान में अस्सी, दशाश्वमेध और नमो घाट पर ही पर्यटकों का दबाव ज्यादा रहता है। नये घाटों के निर्माण से पर्यटकों का दबाव कम होगा.
नमो घाट पर लेजर लाइट शो
डिप्टी डायरेक्टर पर्यटन आरके रावत के अनुसार पर्यटन विभाग की ओर से देव दीपावली को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इस बार नमो घाट पर लेजर लाइट शो, दशाश्वमेध घाट के पार रेती पर आतिशबाजी, डोमरी से हॉट एयर बैलून और रविदास घाट और राजघाट पर सांस्कृतिक आयोजन होने हैैं.
कच्चे घाटों को पक्का करने के लिए विभागों से समन्वय किया जा रहा है। कुछ घाटों को चिन्हित कर उनकी कार्ययोजना बनाई जाएगी। शासन से मंजूरी मिलने के बाद उन पर काम किया जाएगा.
- एस राजलिंगम, डीएम