वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में शुक्रवार को माहौल में अलर्टनेस देखने को मिली। एक ही दिन महाशिवरात्रि और जुमे की नमाज ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा रखी थी। पुलिस प्रशासन के सामने विश्वनाथ धाम में हाजिरी के लिए सुबह से ही उमड़ी भक्तों की भीड़ के बीच नमाजियों की एंट्री बड़ी चुनौती थी, लेकिन रिजर्व पुलिस फोर्स और पीएसी जवानों की सख्त निगहबानी से शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार निपट गया। सिगरा स्थित त्रिनेत्र भवन से पुलिस टीम ने विश्वनाथ धाम से लेकर पूरे शहर नजर रखी थी। 2556 सीसीटीवी कैमरों से बाबतपुर से लेकर बरेका तक हर मूवमेंट पर नजर रखी गई। मंदिर, मस्जिद, कॉलेज, स्कूल, बाजार और व्यस्त चौराहों के नाम पूरे शहर को छह सर्किल में बांटा गया था। एक क्लिक करते ही सर्किल के 30 एरिया की तस्वीर तुरंत स्क्रीन पर आ जाती थी। जगह-जगह मुस्तैद पुलिस किसी अनहोनी पर तत्काल एक्शन की स्थिति में थी। इसके अलावा पूरे शहर में एलआईयू भी सक्रिय था। अफवाह पर उसकी पूरी नजर थी।
पुलिस की सख्ती
महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ धाम समेत सभी शिवालयों में शुक्रवार सुबह से ही दर्शन के लिए भीड़ रही। जगह-जगह पुलिस की सख्ती नजर आई। दोपहर 12 बजते ही ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए मुस्लिम भाइयों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। एक तरफ से शिवभक्त और दूसरी तरफ से मुस्लिम भाइयों को एंट्री दी जा रही थी। यह तस्वीर देखकर अधिकतर लोग आशंकित थे। फोर्स की मुस्तैदी देखकर लोगों को सुकून था। एक से डेढ़ बजे के बीच में एक हजार से अधिक नमाजी जुट गए। डेढ़ बजे जुमे की नमाज शुरू हुई, जो ढाई बजे तक चलता रहा। इसके बाद मुस्लिम भाइयों की वापसी शुरू हुई।
थाना क्षेत्रों में फ्लैग मार्च
महाशिवरात्रि और जुमे की नमाज को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए एक सप्ताह से कमिश्नरेट पुलिस जुटी रही। सभी थाना में पीस कमेटी की बैठक में गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखने और भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील की गई। इसके अलावा शुक्रवार को सुबह से ही सभी थाना क्षेत्रों में एसएचओ ने पुलिस फोर्स के साथ फ्लैग मार्च किया।
त्रिनेत्र भवन तुरंत करेगा अलर्ट
त्रिनेत्र भवन से शहर के चप्पे-चप्पे पर कमिश्नरेट पुलिस की नजर रही। सीसीटीवी कैमरों की मदद से मैदागिन, गोदौलिया, गिरिजाघर, रथयात्रा, लहुराबीर, सिगरा, कैंट समेत लगभग के सभी चौराहे त्रिनेत्र भवन से कनेक्ट रहे। श्री काशी विश्वनाथ धाम, संकटमोचन मंदिर, दुर्गा मंदिर समेत सभी मंदिर, जामा मस्जिद, लगड़ा हाफिज समेत सभी मस्जिदों के आसपास होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। इसके अलावा स्कूल, कालेज, बाजार भी पुलिस की जद में रहे।
रूरल एरियास भी हाईटेक
पुलिस प्रशासन ने शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों को हाईटेक बनाने के साथ-साथ कमांड सेंटर यानी त्रिनेत्र भवन से जोडऩे का काम किया है। जहां पर अपराधिक घटनाएं ज्यादा होती हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 100 ऐसे स्थान चिन्हित कर वहां पर बिजली और सोलर सिस्टम से चलने वाले कैमरे को इंस्टॉल किया गया है। अब तक इस अभियान में बड़ी संख्या में वॉलिंटियर्स को भी नियुक्त किया गया है, जो इन सिस्टम पर बैठकर सीधे चप्पे-चप्पे की निगरानी कर रहे हैं.
पुलिस की मुस्तैदी से त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया। इसमें जनता ने भी पूरा सहयोग किया। सीसीटीवी कैमरों के जरिए त्रिनेत्र भवन से शहर में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाती है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस तैयार है.
मुथा अशोक जैन, पुलिस कमिश्नर