वाराणसी (ब्यूरो)। जाम से घुटने लगे दम, खिन्न हो जाए मन तो समझ जाइए पहुंच गए पांडेयपुर। इस क्षेत्र में जाम की समस्या एकदम जटिल हैं। इससे निजात के लिए फ्लाईओवर का निर्माण किया गया लेकिन यह भी जाम की समस्या को खत्म करने की बजाय और नासूर बना दिया। आलम यह है पांडेयपुर चौराहे के जाम में अगर कोई फंस गया तो उसे निकलने में उसकी हफरी छूट जाती है। इस घने मार्केट में एक दिक्कते हो तो बताए, हजारों समस्या मुंह बाए खड़ी है। बिजली तार, सीवर, सड़क चौड़ीकरण से लेकर विभागीय प्रताडऩा इन सब के बीच यहां व्यापारी अपनी दुकान चलाते हंै.
दुकानों से एक फीट ऊंची हो गई सड़क
पांडेयपुर में करीब चार हजार से अधिक दुकानें है। इन दुकानों के आगे जो सड़क बनी है उसे एक फुट ऊपर कर दिया गया है। सड़क पर इतना अधिक गड्ढा है कि आए दिन लोग चोटहिल होते हंै। इसकी जानकारी विभाग के अलावा प्रतिनिधियों को भी है लेकिन किसी ने यहां के हालात को ठीक करने की कोशिश नहीं की। हां यह अलग बात है कि चुनाव आते ही वोट के लिए व्यापारियों, दुकानदारों से गुहार-पुकार लगाने लगते हैं। फिलहाल इस जटिल समस्या को लेकर व्यापारियों में काफी नाराजगी है.
सभी सामान की दुकान
पांडेयपुर चौराहा कई जिलों को कनेक्ट करता है। दाएं तरफ जाने पर सीधे गाजीपुर तो सीधे जाने पर आजमगढ़ और दाहिने जाने पर कचहरी और पीछे का रास्ता शहर की ओर जाता है। इसके बावजूद इस क्षेत्र का आज तक विकास नहीं हुआ। जबकि यहां पर करीब चार हजार से अधिक दुकानदार हंै। इन दुकानदारों का कहना है कि अगर कायदे से डेवलप किया जाता तो आज पांडेयपुर हाईटेक मार्केट होगा.
समस्याएं
-पार्किंग की व्यवस्था की जाए
-टैक्स डिपार्टमेंट उत्पीडऩ बंद करें
-तारों के जंजाल से मुक्ति दी जाए
-सड़क को नाली के बराबर की जाए
-हनुमान मंदिर के पास से शराब का ठेका हटाया जाए
चौराहे पर अवैध स्टैंड का बोलबाला
पाण्डेयपुर चौराहे पर अवैध स्टैंड के चलते हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। चौराहे के चारों तरफ आटो खड़ा होता है अगर उनके लिए पार्किंग बना दिया जाए तो जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकता है। चारों तरफ आटो व ठेला लगने की वजह से आम राहगीरों को आने-जाने में दिक्कत होती है।
चौड़ीकरण के नाम पर उत्पीडऩ
व्यापारियों का कहना हैं पांडेयपुर क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर विभाग के अफसर मनमाना कर रहे है। कहीं दस फीट तो कही 20 फीट सड़क को चौड़ा कर रहे है। जबकि एक समान करना चाहिए जिससे दुकानदारों को दिक्कत न हो। विभाग की इस कार्यशैली पर क्षेत्रीय जनता आवाज उठाना शुरू कर दी है। विभाग के अफसरों को सड़क के दोनों तरफ दुकान से लेक एक सामान चौड़ीकरण करना चाहिए.
हनुमान मंदिर के पास से शराब ठेका हटाया जाए
पांडेयपुर के व्यापारियों का कहना है कि चौराहे पास हनुमान का मंदिर है। मंदिर के पास दो-तीन शराब का ठेका चलता है मंदिर के पास सभी ठेका को हटाया जाए। शाम होते ही शराब पीकर लोगों को परेशान करना शुरू कर देते है। ऐसे में प्रशासन को वहां से शराब का ठेका हटाना चाहिए जिससे राहगीरों को आने-जाने में कोई दिक्कत न हो.
महिलाओं के लिए यूरिनल नहीं
पांडेयपुर क्षेत्र में हजारों लोग प्रतिदिन खरीदारी के लिए आते है लेकिन नगर निगम ने एक भी महिलाओं के लिए यूरिनल नहीं बनाया है। जबकि नगर निगम को इस क्षेत्र में यूरिनल बनाने के लिए कई बार पत्रक दिया गया लेकिन आज न तो स्मार्ट सिटी नही नगर निगम के अफसरों ने सुध ली। फ्लाईओवर पर बारिश के दिनों में पानी लगने से जब भी कोई वाहन ऊपर से गुजरता है तो बारिश का पानी पूरा दुकानों पर गिरता है। फ्लाईओवर बनाने से न तो जाम की समस्या दूर हुई न ही ट्रेफिक सिस्टम सुधरा.
उत्पीडऩ का भी करना पड़ता है सामना
क्षेत्र के व्यापारियों का कहना है कि समस्याओं तो प्रतिदिन जूझना ही पड़ता साथ ही विभाग के अधिकारी भी उत्पीडऩ करने से पीछे नहीं रहते। आए दिन टैक्स वसूलने के नाम पर दुकानदारों व व्यापारियों को परेशान किया जाता है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। जबकि सारे व्यापारी प्रॉपर तरीके से टैक्स जमा करते है.
पांडेयपुर क्षेत्र में काफी समस्याएं हैं। आज जनप्रतिनिधियों ने कुछ भी काम नहीं किया। जबकि उनको यहां ध्यान देना चाहिए.
मनीष गुप्ता, अध्यक्ष, श्री पांडेयपुर व्यापार मंडल
सबसे पहले नगर निगम को यहां पर पार्किंग को बनाना चाहिए। इसके बाद जो सड़क चौड़ीकरण हो रहा है उसमे पारदर्शिता बरती जाए.
शैलेष गुप्ता, बमबम, महामंत्री
फ्लाईओवर बनने के बाद भी जाम से निजात नहीं मिला बल्कि और समस्या बढ़ गई। विभाग चौराहे के नीचे से पहले अतिक्रमण हटाए.
अनिल लोकवानी, व्यापारी
जनप्रतिनिधियों ने भी विकास कार्य नहीं किया। हालात यह है कि हर दुकानदार परेशान है। अगर विकास ढंग से हुआ होता तो आज मार्केट काफी आगे होता.
दिलीप कुमार जायसवाल, दुकानदार
आज भी तारों का जंजाल फैला हुआ है। बारिश जब होती है तो नालियों का पानी दुकानों में घुस जाता है। क्योंकि नाली से एक फीट ऊपर हो चुकी है.
संदीप कुमार गुप्ता, दुकानदार