वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में भी चुनावी समर जोर पकडऩे लगा है। नामांकन के साथ चुनावी हलचल तेज हो रही है। लोकसभा चुनाव में नामांकन से पहले पीएम मोदी के रोड शो को लेकर जबर्दस्त तैयारी चल रही है। चुनाव में अब रैली, जनसभा, नुक्कड़ सभा और डोर-टू-डोर जनसंपर्क की बात आउटटेडेड हो गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव से रोड शो ट्रेंड में आया है। हालांकि, बनारस में रोड शो का कल्चर 2004 से शुरू हुआ। उस समय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के साथ प्रत्याशी राजेश मिश्रा के लिए रोड शो किया था। उस समय भी युवा चेहरे को देखने के लिए सड़कों पर भीड़ उमड़ आई थी।
तो इसलिए नहीं होती रैली व जनसभा
वाराणसी में 2014 तक रोड शो के अलावा रैली, जनसभा का जबर्दस्त क्रेज था। इसकी वजह भी खास थी। 90 के दशक से पहले शहर के बीचों-बीच टाउनहाल और बेनियाबाग मैदान में रैली होती थी। इन दोनों जगहों में रैली अक्सर सफल होती थी। 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सभा में इतनी भीड़ उमड़ी कि टाउनहाल मैदान भी छोटा पड़ गया। जितने लोग मैदान में थे, उससे ज्यादा लोग मैदान के बाहर और आसपास की छतों पर थे। यही क्रेज या जलवा बेनियाबाग मैदान का भी होता था। मुलायम सिंह यादव की सभा अक्सर इसी मैदान में होती थी। भीड़ भी जबर्दस्त होती थी। 2014 में तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी ने बेनियाबाग में जनसभा की इजाजत मांगी थी, लेकिन तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी प्रांजल यादव ने माहौल बिगडऩे का हवाला देकर इजाजत नहीं दी थी। इसे लेकर बनारस से लेकर दिल्ली तक बवाल भी मचा था। इस मामले में तत्कालीन मुख्य निर्वाचन आयुक्त को प्रेस कांफ्रेंस भी करना पड़ा था।
मोदी, सोनिया, अखिलेश का रोड शो
अब तो रोड शो चुनावी टें्रड बन चुका है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में रोड शो के जरिए पार्टियां शक्ति प्रदर्शन करती हैं। बनारस में रोड शो की शुरुआत राहुल गांधी-प्रियंका ने की थी। इसके बाद से बनारस में रोड शो का सिलसिला जारी है। पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा 2017 में राहुल गांधी-अखिलेश यादव ने संयुक्त रूप से रोड शो किया था। 2016 में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रोड शो किया था।
भाजपा व कांग्रेस रूट भी अलग-अलग
वाराणसी में 13 मई को होने वाले पीएम मोदी के रोड शो का रूट मैप सामने आ चुका है, जो सिंह द्वार बीएचयू लंका से शुरू होकर अस्सी, सोनारपुरा, मदनपुरा, गोदौलिया से होकर विश्वनाथ पहुंचेगा। 2014 में भी यही रूट था। जबकि कांग्रेस का रूट इससे अलग होता है। कांग्रेस का रूट कचहरी, अंधरापुल, चौकाघाट, गोलगड्डा, मैदागिन तक होता है।
चुनाव में अब तो पार्टियों की ओर से रोड शो ही होता है, जो नया ट्रेंड हो गया है। दस साल पहले तक टाउनहाल और बेनियाबाग में रैली, जनसभा होती थी। इसमें अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मुलायम सिंह जैसे बड़े नेताओं का भाषण सुनने का मौका मिलता था। भाषण में ही पार्टी का एजेंडा सामने आ जाता था, लेकिन रोड शो में ऐसा नहीं होता है। यह सिर्फ शो बाजी है.
इंजी। श्यामलाल, पूर्व प्रत्याशी
हमें आज भी याद है, 1996 में टाउनहाल में रात आठ बजे अटल-आडवाणी जी की जनसभा थी, जिसमें अपार भीड़ थी, अब तक अपने जीवन में ऐसी भीड़ नहीं देखी। यही स्थिति बेनियाबाग मैदान में जब मुलायम सिंह यादव, मायावती की रैली होती थी तो उसमें भीड़ दिखती थी। टाउनहाल व बेनियाबाग में मल्टी स्टोरी पार्किंग बन गई है। इसीलिए पार्टियों को रोड शो करना पड़ता है.
रघुवर दास, स्कूल प्रबंधक
पीएम के रोड शो में दिखेगा मिनी इंडिया
- रोड शो मार्ग पर बनाई गईं 11 बीट एवं उनके प्रमुख, बीट में बनाए गए 100 प्वाइंट
पीएम नरेंद्र मोदी का 13 मई को काशी में भव्य रोड शो होगा। भाजपा की ओर से बनी रूपरेखा के अनुसार मेगा शो में लघु भारत नजर आएगा। बताया गया है कि पीएम के रोड शो के लिए मालवीय प्रतिमा से लेकर काशी विश्वनाथ धाम तक 11 बीट बनाई गई हैं और इन बीट की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारियों को सौंपी गयी है। इन 11 बीट के अंतर्गत 10 -10 प्वाइंट यानि लगभग 100 प्वाइंट बनाए गये हैं, जिन पर मराठी, गुजराती, बंगाली, माहेश्वरी, मारवाड़ी, तमिल, पंजाबी आदि समाज के लोग अपनी परंपरागत वेशभुषा में पीएम नरेन्द्र मोदी का स्वागत करेंगे। इन प्वाइंट पर फूलों की बरसात की जाएगी। ढोल-नगाड़े बजाए जाएंगे। शहनाई, शंखनाद, डमरू दल के साथ काशी की जनता पीएम मोदी का स्वागत करेगी। इसके साथ ही जगह जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोग नृत्य, लोकगीत गाते हुए बनारस के कलाकार व वैदिक मंत्रोच्चार करते हुए बटुक पीएम मोदी का स्वागत करेंगे। पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए मुस्लिम समाज के लोग भी आगे आ रहे हैं।
42 कल्चरल इवेंट
पीएम के रोड शो के दौरान 42 कल्चरल इवेंट होगा। इसके लिए जगह-जगह स्पॉट बनाया गया है। जगह-जगह काशी के सिनेरियो लगाए जाएंगे। इस सिनेरियो में 10 साल पहले बनारस कैसा था और अब कैसा हो गया है, दिखाया जाएगा.
गेरुआमय हुआ शहर
जगह-जगह काशी के प्रबुद्धजनों के कटआउट पर भी लगाए जाएंगे। पीएम नरेन्द्र मोदी सोमवार शाम 4 बजे लंका से खुली जीप में रोड शो का आरंभ करेंगे। पीएम मोदी के जीप के पीछे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे।
बरेका में बने तीन हैलीपेड
सीपी मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंगम ने निरीक्षण कर सुरक्षा की समीक्षा की थी। बरेका में तीन हैलीपैड का निर्माण कर लिया गया है, वहां भी साफ सफाई करा दी गई है। रविवार को दिन भर पुलिस के आला अधिकारी भ्रमणशील होकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते रहे.
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा
- पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो को लेकर विशेष सुरक्षा एजेंसी एनएसजी और एसपीजी ने कमान संभाल ली है.
-केंद्र और प्रदेश के सुरक्षा अधिकारियों ने बैठक कर अचूक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अंतिम रूप दे दिया.
-लगभग 5 किमी लंका-गोदौलिया मार्ग को बैरिकेडिंग लगाकर दो हिस्सों में बांट दिया गया है। सभी संपर्क मार्गों को बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया है.
-बम निरोधक दस्ते ने पूरे मार्ग को खंगाल डाला है। कमांडो दस्ते की चहलकदमी बढ़ गई है.
-होटल और धर्मशाला में रुके लोगों का सत्यापन करने में केंद्र और राज्य की खुफिया एजेंसी जुटी है.