वाराणसी (ब्यूरो)। मंडुवाडीह के संतोष गिरि बीएचयू जाने के लिए घर से निकले। 20 मिनट का सफर तय करने में डेढ़ घंटे लग गए। इसी तरह मैदागिन से मनोज यादव 15 मिनट में बीएचयू हास्पिटल पहुंचने का दावा करने निकले, लेकिन एक घंटे से ज्यादा लग गया। प्रहलाद घाट से कैंट जाने के लिए मोहित भी घर से निकले, उन्हें भी काफी वक्त लग गया। ऐसे में लोगों का काम बिगड़ रहा है। यह सिर्फ तीन लोगों की नहीं, बल्कि शहर में एक छोर से दूसरे छोर पर जाने वाले हर लोगों की कहानी है। दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में एक बार फिर जाम की समस्या नासूर बन गई है। सुबह लेकर शाम ही नहीं, बल्कि रात तक जाम की स्थिति बन रही है। डीसीपी काशी ने शहर को जाम से मुक्त करने का निर्देश दिया है.
क्षमता से दस गुना बढ़ी भीड़
दिसंबर महीने में बनारस आने वाले पर्यटकों की संख्या तीन गुना हो जाती है। इसके अलावा लगन में बैंडबाजा और बरात और शादी पार्टी के चलते भी शहर में आने वालों की संख्या लाखों में पहुंच गई है। बनारस में राष्ट्रपति और पीएम का कार्यक्रम लगने की वजह से वीआईपी मूवमेंट भी बहुत ज्यादा हो गया है। ऐसी स्थिति में बनारस में क्षमता से दस गुना अधिक भीड़ बढ़ गई है। इसके चलते सुबह बनारस, शाम बनारस, जब देखो तब जाम बनारस यह लाइन शहर की ध्वस्त यातायात व्यवस्था को लेकर लोगों की जुबान पर है।
इन वजहों से लग रहा जाम
वैवाहिक लॉन के बाहर सड़क पर बेतरतीब तरीके से खड़ी गाडिय़ों और बारात के चलते जाम की स्थिति बन रही है। लगत के चलते शहर में भारी वाहनों की संख्या में तीन से चार गुना की वृद्धि हुई है। शहर के अधिकतर इलाकों में वैवाहिक लग्न के चलते अचानक सड़कों पर शाम के समय दबाव बढ़ गया। जिले के सात सौ से अधिक लॉन और तीन सौ होटलों में शादियों की बुकिंग के चलते लगभग सभी क्षेत्र जाम की स्थिति बन रही है। लहुरावीर से लेकर मैदागिन चौराहे तक पांच मिनट की दूरी तय करने में आधे घंटे से अधिक का समय लग गया। बरेका गेट से मंडुवाडीह चौराहे तक पहुंचने में 40 मिनट लग रहा है। हालांकि चौराहों के अलावा सभी मुख्य प्वाइंट पर यातायात पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं, लेकिन जाम कम नहीं हो रहा है।
शहर को जाम से मुक्त कराने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था पर समुचित कार्य योजना बना कर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। लगन के चलते शहर में भीड़ बढ़ी है, जिससे जाम की स्थिति बन रही है.
आरएस गौतम, काशी जोन डीसीपी