वाराणसी (ब्यूरो)।
केस 1 : चेन्नई निवासी कृष्णमूर्ति महमूरगंज में फ्लैट में रहते हैं। फ्लैट लेने का उनका परपज है कि जॉब करने के बाद वह काशी में आकर रह सकें। इसके लिए उन्होंने सिक्योरिटी पर भी पूरा ध्यान दिया। उनका कहना है कि फ्लैट सारी सुविधाओं से लैस है। बीच-बीच में आकर फ्लैट में एक से दो हफ्ता तक रहता हूं और काशी की भव्यता को देखता हूं.
केस 2 : उदय राय फ्लैट लेकर यहां पर जॉब कर रहे हैं। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में शिवपुर में फ्लैट लिया। इसके बाद परिवार को भी यहीं पर शिफ्ट कर दिया। उन्होंने बताया, फ्लैट शिवपुर स्टेशन से काफी पास है। स्कूल और स्टेशन से कनेक्टिविटी होने के कारण यहीं पर फ्लैट ले लिया। फ्लैट में सुरक्षा-व्यवस्था के पूरे इंतजाम हैं.
यह तो सिर्फ दो कस्टमर का एक्सपीरियंस है। सिटी में इस तरह के एक दो नहीं बल्कि कई हजार ऐसे लोग हैं, जिन्होंने फ्लैट ले रखा है और अन्य शहरों में जॉब कर रहे है। महीने दो महीने में आकर परिवार के साथ समय बिताते है। फ्लैट कल्चर का चलन कोरोना के बाद काफी तेजी से बढ़ा है। यही वजह है कि पिछले 18 महीने में 1500 फ्लैट बिके हैं।
लग्जूरियस फ्लैट की डिमांड
शहर में रियल एस्टेट सेक्टर में काफी बूम आया है। फ्लैट की खरीदारी में 15 परसेंट का उछाल आया है। इसकी वजह सिटी में हो रहा विकास है। ज्यादातर लोग ऐसे फ्लैट पसंद कर रहे हैं, जो स्टेशन, स्कूल से कनेक्ट हों और सुरक्षा के भी हिसाब से सही हों।
18 माह में 1500 फ्लैट बिके
क्रेडाई पदाधिकारियों की मानें तो दिसंबर 2021 के बाद से रियल एस्टेट सेक्टर में जबरदस्त उछाल आया। 2022 जून से अब तक 15 सौ फ्लैट की रजिस्ट्री हो चुकी है।
2021 में 2000 फ्लैट खाली थे
क्रेडाई के अध्यक्ष आकाशदीप ने बताया, 2020 में कोरोना काल की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर का कारोबार ठप हो गया था। शहर में बने 2000 फ्लैट खाली पडे थे। इसके बाद 2021 दिसंबर में जब कोरोना का असर कम हुआ तब लोगों ने फ्लैट की खरीदारी में दिलचस्पी दिखायी। रियल एस्टेट सेक्टर में धीरे-धीरे इन्क्वायरी आनी शुरू हुई।
इन्फ्राक्टचर का विस्तार
वाराणसी बिल्डर्स एण्ड डेवलपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिनव पाण्डेय ने बताया, डुप्लेक्स की डिमांड बढ़ी है। इसकी सबसे बड़ी वजह है शहर के चारों तरफ इन्फ्रास्ट्रक्चर क विस्तार होना। साथ ही रिंग रोड, टाउनशिप का डेवलप होना है। जिस प्रकार से गंजारी स्टेडियम, टाउनशिप, नई काशी, शूलटंकेश्वर, बाबतपुर का विस्तार हो रहा है। इससे नए ग्रुप सोसायटी के 2000 फ्लैट की प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है.
शिवपुर व सारनाथ पहली पसंद
बनारस के डेवलपर्स की मानें तो शिवपुर और सारनाथ में सबसे अधिक फ्लैट की खरीदारी हो रही है। बिल्डर्स के मुताबिक वन और टू बीएचके के फ्लैट्स की डिमांड है। लोग भीड़भाड़ वाले माहौल से निकल कर बेहतर सुविधाओं वाले हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की तरफ जा रहे हैं.
देख रहे ये फैसिलिटी
-पब्लिक कनेक्टिंग एरिया
-फ्लैट में दो तरफ से गेट
-जनरेटर की सुविधा
-पानी और सीवर की सुविधा
-हर बिल्डिंग मेंं फायर की सुविधा
-दो सीढ़ी की सुविधा
-लिफ्ट की व्यवस्था
-अगल-बगल बिल्डिंग से कनेक्शन की सुविधा
वीडीए के तीन प्रोजेक्ट
वीडीए के तीन हाउसिंग प्रोजेक्ट में लालपुर आवासीय योजना, बड़ी गैबी आवास योजना और पाण्डेयपुर आवासीय योजना में जितने भी फ्लैट हैं। उनमें से 90 परसेंट उठ चुके है। बाकी के लिए इन्क्वायरी आ रही है।
परमानंद यादव, संयुक्त सचिव वीडीए
बनारस में फ्लैट की डिमांड बढ़ी है। जनवरी से अब तक करीब तीन सौ फ्लैट की रजिस्ट्री हुई है। पांच से अधिक फ्लैटों की बुकिंग हो चुकी है। फ्लैटों की डिमांड बढ़ते ही तमाम नये प्रोजेक्ट भी आने शुरू हो गए हैं.
आकाशदीप, अध्यक्ष, पूर्वांचल रियल स्टेट एसोसिएशन
कोरोना के बाद पहली बार प्रॉपर्टी का मार्केट अच्छा हुआ है। बनारस में लगातार फ्लैट की रजिस्ट्री हो रही है। डिमांड को देखते हुए निर्माणाधीन सोसाइटी में फ्लैट कम्प्लीट हो रहे हैं। आने वाले समय में और भी डिमांड बढ़ेगी.
अभिनव पाण्डेय, अध्यक्ष, वाराणसी बिल्डर्स एसोसिएशन
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के लोकार्पण के बाद बनारस में बसने वालों की संख्या में तेजी आयी है। यही वजह है कि फ्लैट की बिक्री बढ़ी है। डिमांड को देखते हुए शहर में कई प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं.
अनुज डिडवानिया, संरक्षक, वाराणसी बिल्डर्स एसोसिएशन