वाराणसी (ब्यूरो)। इस बार ठंड ने भले ही थोड़ी देरी से दस्तक दी है, लेकिन अगले एक सप्ताह में ठंड में बड़ा इजाफा होने वाला है। अगले 4-5 दिनों तक घने बादल छाए रह सकते हैं। इससे धूप की गर्मी कम होगी। फिलहाल बनारस में सुबह-शाम की ठंड शुरू हो चुकी है। रात के समय तो तापमान में भारी गिरावट भी देखी जा रही है। जिससे लोगों को दिसंबर वाले ठंड का एहसास हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी हवाएं अपने साथ लाईं ठंडी हवाएं बनारस का तापमान तेजी से गिराएंगी। अगले 48 घंटों में इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा। वहीं दिवाली के बाद मौसम में आए बदलवा का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव शिशुओं और बच्चों पर पड़ रहा है। अस्पतालों में ऐसे मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। सामान्य ओपीडी से लेकर बाल रोग और पिडियाट्रिक्स विभाग की ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन लग रही है। जहां डॉक्टर्स इस शुरुआती ठंड से खासकर बच्चों को बचने की सलाह दे रहे हैं।
गिरने लगा तापमान, बढऩे लगी ठंडी
मौसम वैज्ञानियों की माने तो हवाओं की दिशा बदलने से ठंड ने दस्तक दे दी है। इसके साथ ही शाम होते ठंडी हवाएं भी चल रही है। जिससे लोगों को ठंड का पूरा एहसास हो रहा है। इधर दो दिन से बनारस का तापमान 30 डिग्री से नीचे दर्ज किया जा रहा है। गुरुवार की बात करें तो यह अब तक की सबसे ठंडी रात रही। यहां रात में 22 डिग्री तक तापमान चला गया। अनुमान है कि शहर में कोहरा भी छाएगा.
ठंड का होने लगा एहसास
वैज्ञानियों का कहना है कि पूर्वा हवा चलने से ठंड का एहसास होने लगा है। अब ठंडी धीरे-धीरे बढ़ेगी। हवाओं की दिशा उत्तरी पूर्वी की जगह उत्तरी पश्चिमी हो गई है। इससे आसमान में मौजूद धुंध भी छंटेगी और प्रदूषण भी घटेगा। हालांकि इस दौरान बादलों की आवाजाही बनी रहेगी जिससे तेज धूप नहीं निकलेगी। अगले कुछ दिनों में बूंदाबांदी के साथ हल्की बारिश होने की भी संभावना है। मौसम विज्ञानी डॉ। एसएन पांडेय के मुताबिक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवात बन गया है। कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके चलते हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि बादल छाए रहेंगे.
पॉल्यूशन से मिलेगी कुछ राहत
मौसम विज्ञानी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से प्रदूषण में थोड़ी राहत मिल सकती है। 5 से 10 किमी। प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो अपने साथ प्रदूषण भी उड़ा ले जाएंगी। हालांकि बनारस के साथ यूपी के कुछ शहरों में इसका असर भी दिखने लगा है। कुछ शहरों में इसका असर अभी से देखने को मिलने लगा है। इधर अस्पतालों में पहुंचने वालों में बुखार, उल्टी, दस्त सर्दी, खांसी और निमानिया की समस्या पाई जा रही है।
हवाओं की दिशा बदलने से ठंड ने दस्तक दे दी है। इसके साथ ही शाम होते ठंडी हवाएं भी चल रही है। जिससे लोगों को ठंड का पूरा एहसास हो रहा है। अगले कुछ दिनों तक बादल छाए रहेंगे। हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान में भी गिरावट आ रही है। इससे ठंड बढ़ेगी.
डॉ। एसएन पांडेय, मौसम वैज्ञानिक
यह शुरुआती ठंड है। ऐसे में मौसम में हर किसी को बचकर रहने की जरूरत है। जो बचाव नहीं कर रहा, वो बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहा है। इसमें ज्यादा संख्या बच्चों की है। अभी तक वायरल के पेशेंट आ रहे थे, जब वो कम हुए तो मौसमी बीमारी के बढ़ गए। ज्यादातर मरीजों में उल्टी, दस्त, बुखार और सर्दी, खांसी की समस्या देखने को मिल रही है।
डॉ। एके गुप्ता, फिजिशियन, मंडलीय अस्पताल