वाराणसी (ब्यूरो)। लेट्स टॉक अबाउट वुमन सेफ्टी, एक कुलपति-एक प्रॉक्टर-एक कैंपस, 1947 नहीं 2023 है, बंटवारा नहीं सहेंगे, जिन्ना नीति नहीं चलेगी और आईआईटी किसकी है, महामना कासमेत विभिन्न नारों से पूरा बीएचयू गूंज रहा था। दीवार नहीं बनने पर सहमति के बाद छेड़छाड़ की शिकार आईआईटी बीएचयू की छात्रा को जस्टिस दिलाने को लेकर बीएचयू के छात्रों ने जंग छेड़ दी है। करीब 5000 छात्रों के हुजूम ने वीटी से लेकर सिंहद्वार तक प्रतिकार यात्रा निकाली और आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की। उधर, आईआईटी बीएचयू में गन प्वाइंट पर बीटेक सेकेंड ईयर की छात्रा के कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने के तीन आरोपी 100 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की तीन टीमें जुटी हंै। वाराणसी के आसपास जिलों की पुलिस से भी संपर्क की जा रही है। पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द ही छेड़छाड़ मामले का खुलासा किया जाएगा.
संख्या 500 से 5000 तक पहुंच गई
बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर से सोमवार दोपहर करीब 500 छात्र नारेबाजी करते हुए निकले। धीरे-धीरे इनकी संख्या करीब 5000 हो गई। छात्रों ने इसे सद्भावना रैली नाम दिया है। छात्र मालवीय भवन पहुंचे। यहां उन्होंने मदन मोहन मालवीय को प्रतीकात्मक तौर पर ज्ञापन दिया। इन छात्रों के हाथ में बैनर था, जिस पर लिखा था- हम बीएचयू के लोग.
बयान चेंज कराने की बात गलत
इसके पहले रविवार रात से सोशल मीडिया पर वॉट्सएप मैसेज वायरल हो रहे हैं। इनमें दावा किया जा रहा है कि पुलिस पीडि़ता का बयान चेंज करवा रही है, लेकिन एसीपी भेलूपुर ने कहा कि किसी पर दबाव डालकर बयान चेंज नहीं कराया जा रहा है। हालांकि, इन मैसेज को लेकर न छात्र और न ही बीएचयू प्रशासन कोई भी आधिकारिक स्तर पर कुछ कह रहा है.
कमऑन गाइजपीडि़ता को न्याय दिलाना है
3000 लोगों को एकसाथ खड़ा करने की तैयारी रविवार रात जो स्क्रीनशॉट्स वायरल हुए, उनमें फिर छात्रों के बड़े प्रदर्शन की बात लिखी है। इस बार टारगेट 3000 छात्रों को बुलाकर छेड़छाड़ पीडि़ता को न्याय दिलाना है। मैसेज में लिखा है- कमऑन गाइज 3000 लोग चाहिए। जिमखाना में जुटना है। अभी हमारे पास 30 मिनट हैं। सिस्टम के खिलाफ लडऩा है। प्रदर्शन करना है। हालांकि, इस तरह की छात्रों की कोई जुटान रविवार रात को कैंपस में नहीं हुई.
एक मैसेज पर एक हजार छात्र
सब तैयार रहोएक मैसेज पर 1000 आने चाहिए एक मैसेज का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ। इसमें लिखा है- सब खाना खाकर तैयार रहो। एक मैसेज पर 1000 लोग आने चाहिए। पुलिस विक्टिम के स्टेटमेंट चेंज कराकर केस दबा रही है। अभी डीसीपी या कोई उच्च अधिकारी आकर हमसे माफी मांगे, नहीं तो रात ही रात आईआईटी में प्रोटेस्ट होगा। ये मैसेज पूरे कॉलेज में फैला दो। पैसे और पॉवर की जीत हुई। लेकिन, बाद में फिर एव टीजिंग और ऐसे मामले होंगे, उसका क्या होगा?
10 संदिग्धों से पूछताछ, 8 को छोड़ा
छेड़छाड़ करने वाले तीन आरोपियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने करीब 10 संदिग्धों से पूछताछ की है। इनमें से 8 को छोड़ दिया है। एसटीएफ और क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की पांच टीमें जांच में लगी हैं। यूनिवर्सिटी के बाहर जाने वाले तमाम रास्तों में लगे सीसीटीवी से फुटेज खंगाली जा रही है.
आरोपितों तक पहुंचने के लिए कई संदिग्धों से पूछताछ की गई है। जल्द ही आरोपी सामने आएंगे। इसके लिए पुलिस की तीन टीमें लगी हैं। वहीं, जो स्क्रीनशॉट्स वायरल हो रहे हैं, वे फर्जी हैं। किसी पर दबाव डालकर बयान चेंज नहीं कराया जा रहा है.
प्रवीण सिंह, एसीपी, भेलूपुर