वाराणसी (ब्यूरो)। भक्तों को जिस दिन का इंतजार था वह दिन आ ही गया। बुधवार को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी। नवरात्र का पहला दिन मां शैलपुत्री का होता है। बुधवार से भक्त नौ दिन के व्रत की शुरूआत करेंगे। काशी में मां दुर्गा के नौ रूपों का मंदिर अलग-अलग स्थानों पर स्थित है। इन सभी मंदिरों का अपना महत्व भी है। आज से शुरू हो रहे नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री का मंदिर सजकर तैयार है। मार्केट में लोगों ने देर रात तक पूजा की सामग्री की खरीदारी की। बुधवार को शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना व माता की विधि विधान से पूजा की जाएगी।
दरबार सजकर तैयार
नवरात्र के पहले दिन अलईपुरा स्थित मां शैलपुत्री मंदिर में दर्शन पूजन का विधान है। इस दिन हजारों भक्तों की भीड़ मां के दरबार में लगेगी। इसे देखते हुए मंदिर के पास सोमवार को ही साफ-सफाई और बैरिकेडिंग का काम दोपहर तक हो गया था। मां के दर्शन के लिए भोर से ही लंबी लाइन लग जाएगी। वहीं सोमवार को भी भक्तों की भीड़ माता के दर्शन के लिए उमड़ गई थी.
अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना
ज्योतिषाचार्य बब्बन तिवारी ने बताया कि कलश स्थापना का कार्य वैधृति में निषेध होने के कारण अभिजीत मुहूर्त में दिन में 11:35 से लेकर 12: 24 तक की जाएगी।
वरुणा तट के किनारे
मान्यता है कि मां शैलपुत्री शैलराज हिमालय की पुत्री और माता पार्वती का स्वरूप हैं। कहा जाता है कि एक बार माता भगवान भोले से नाराज होकर काशी चली आई थीं। भोलेनाथ इन्हें ढंूढते हुए काशी आए। लेकिन, देवी को यह नगरी इतनी पसंद आई कि उन्होंने वरुणा तट के किनारे ही अपना निवास बना लिया और यहीं विराजमान हो गईं।
हर आधे घंटे पर बस
नवरात्र में मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में दर्शनार्थी विंध्याचल जाते हैैं। इनकी सुविधाओं को देखते हुए परिवहन निगम ने कुल 50 बसों को विभिन्न रूटों से चलाने का निर्णय लिया है। रोडवेज से हर आधे घंटे में बस की क्षमता के 50 प्रतिशत यात्री होने पर बस को रवाना किया जाएगा। हर आधे घंटे में विंध्याचल जाने के लिए यात्री को बस मिलेगी।
90 बसें चलेंगी
शिव की नगरी काशी से मां विंध्यवासिनी के धाम विंध्याचल जाने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग अतिरिक्त बसों का संचालन कर रहा है। पूर्वांचल के कई शहरों से श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए 90 बसों का संचालन सुनिश्चित किया गया है। अतिरिक्त बसों का संचालन 8/9 अप्रैल से 17 अप्रैल मेला अवधि तक होगा।
ताकि न हो परेशानी
मंगलवार से शक्ति पर्व चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। पूर्वांचल और सोनांचल के शक्ति के उपासकों को विंध्याचल मां के धाम पहुंचने में परेशानी न हो इसके लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने नवरात्रि में बसों के संचालन की खास व्यवस्था की है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा ने बताया कि वाराणसी के कैंट, काशी, चंदौली, ग्रामीण जौनपुर, गाजीपुर और सोनभद्र से विंध्याचल के लिए कुल 75 अतरिक्त बसें चलेंगी। जबकि पहले से वाराणसी, चंदौली, ग्रामीण जौनपुर और सोनभद्र से 15 बसें चल रही हैं.